भारत और न्यूजीलैंड के बीच पांच मैचों की वनडे सीरीज में रोमांच तब लौट आया जब पहले तीन मैच जीतने के बाद टीम इंडिया को करारी हार का सामना करना पड़ा. न्यूजीलैंड ने इस मैच को अपने नाम कर भारत के खिलाफ पांच मैचों की वनडे सीरीज में जीत का खाता खोलते हुए सीरीज 3-1 कर दी. मेजबान टीम ने सेडन पार्क में खेले गए चौथे वनडे मैच में भारत को आठ विकेट से हरा दिया. इस मैच में टीम इंडिया पहले बल्लेबाजी करते हुए 30.5 ओवर में 92 रन बनाकर आउट हो गई जिसके बाद न्यूजीलैंड ने 93 रनों का लक्ष्य केवल 14.4 ओवरों में हासिल कर लिया.
अब दोनों टीमें सीरीज का आखिरी मैच रविवार को वेलिंगटन के वेस्टपैक स्टेडियम में खेलेंगी. टीम इंडिया का वेलिंगटन में रिकॉर्ड अच्छा नहीं तो बुरा भी नहीं है. दरअसल अब तक दोनों ही टीमों के बीच यहां अब तक केवल तीन वनडे मैच ही हुए हैं. इनमें से एक में भारत और एक में न्यूजीलैंड को जीत मिली है, जबकि एक मैच बेनतीजा रहा है.
लो स्कोरिंग मैच में जीता था पहला मैच
इस मैदान पर खेला गया पहला मैच टीम इंडिया ने जीता था. साल 2003 में खेला गया यह मैच लो स्कोरिंग था. न्यूजीलैंड के कप्तान स्टीफन फ्लेमिंग ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी को चुना, लेकिन उनकी टीम 43वें ओवर में केवल 168 रन बनाकर आउट हो गई. टीम इंडिया के लिए जहीर खान ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए थे. उनके अलावा जगावल श्रीनाथ, अनिल कुंबले और आशीष नेहरा ने दो-दो विकेट लिए थे. इसके जवाब में टीम इंडिया ने यह लक्ष्य 8 विकेट खोकर 44वें ओवर तक हासिल कर लिया था. इसमें युवराज सिंह ने 54 रन, वीरेंद्र सहवाग ने 45 रन और जहीर खान ने अंत में शानदार 34 रन बनाए थे.
2014 में बड़े लक्ष्य का पीछा नहीं कर सका था भारत
पिछली बार टीम इंडिया का न्यूजीलैंड के खिलाफ इस मैदान पर मैच साल 2014 के दौरे में खेला गया था. दिलचस्प बात यह है कि यह मैच उस समय भी पांच वनडे मैचों की सीरीज का आखिरी मैच था. इस बार भी ऐसा ही है. 2014 के इस मैच में टीम इंडिया के कप्तान एमएस धोनी ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था. न्यूजीलैंड रॉस टेलर की शतकीय पारी की मदद से 5 विकेट के नुकसान पर 303 रन बनाए थे. इसके जवाब में टीम इंडिया केवल 216 रन बनाकर आखिरी ओवर में आउट हो गई थी. इसमें विराट कोहली ने 82 और एमएस धोनी ने 47 रनों की पारी खेली थी.
इसके अलावा 2009 में हुए दोनों टीमों के बीच वनडे मैच में 28 ओवर का खेल होने के बाद जो बारिश हुई तो उसके बाद नहीं रुकी जिससे मैच रद्द करना पड़ा था. इस बार वेलिंगटन में रोहित के पास वापसी की कठिन चुनौती होगी. टीम में अनुभव की कमी हैमिल्टन में साफ झलकी. वहीं गेंदबाजी में भी मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी ने काफी अंतर दिखा दिया. अब रोहित को अपनी कप्तानी साबित करने के लिए वेलिंगटन में जीत हासिल करने का दबाव जरूर होगा.