नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव 2019 की तारीखों का ऐलान कर दिया. इस बार के चुनाव 7 चरणों में संपन्न होंगे. 23 मई को नतीजे आएंगे. पहले चरण में 11 अप्रैल को 91 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे. ये 91 सीटें 20 राज्यों की होंगीं. दूसरे चरण की वोटिंग 18 अप्रैल को होगी. इस चरण में 97 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे.
23 अप्रैल को तीसरे चरण में 115 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे. 29 अप्रैल को चौथे चरण में 71 सीटों के वोट डाले जाएंगे. 6 मई को पांचवें चरण की वोटिंग होगी. इस चरण में 51 लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे. 12 मई को छठे चरण में 59 लोकसभा सीटों पर वोड डाले जाएंगे. 19 मई को सातवें और आखिरी चरण की वोटिंग होगी. इस चरण में 59 लोकसभा सीटें होंगी. 23 मई 2019 को लोकसभा चुनाव के नतीजे आएंगे.
पहला चरण 11 अप्रैल: 20 राज्यों की 91 लोकसभा सीटों के लिए डाले जाएंगे वोट
दूसरा चरण 18 अप्रैल : 13 राज्यों की 97 सीटों पर वोट डाले जाएंगे.
तीसरा चरण 23 अप्रैल : 14 राज्यों की 115 सीटों पर डाले जाएंगे वोट. इसी चरण में सबसे ज्यादा सीटों के लिए वोट पड़ेंगे.
चौथा चरण 29 अप्रैल : 9 राज्यों की 71 लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे.
पांचवां चरण 6 मई : 7 राज्यों की 51 सीटों के लिए वोट पड़ेंगे.
छठा चरण 12 मई : 7 राज्यों की 59 लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे.
सातवां चरण 19 मई : 8 राज्यों की 59 लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे.
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा, इन चुनाव में 90 करोड़ वोट डाले जाएंगे. इस बार 8 करोड़ 43 लाख वोटर बढ़े. 18 से 19 साल के बीच के करीब डेढ़ करोड़ वोटर इस बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. चुनाव आयोग का कहना है कि हमने इस बार चुनावी तारीखों के ऐलान में त्योहार और परीक्षाओं का भी ध्यान रखा है.
इन चुनावों में सभी इवीएम में वीवीपेट का इस्तेमाल होगा. इसके साथ ही ईवीएम पर उम्मीदवारों के फोटो भी लगे होंगे.इस बार के चुनावों में 10 लाख पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं. 2014 के लोकसभा चुनावों में 9 लाख पोलिंग स्टेशन थे. चुनावों में सभी संवेदनशील पाेल बूथ पर सीआरपीएफ के जवान तैनात होंगे. रात 10 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक लाउड स्पीकर पर रोक रहेगी
मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. चुनाव आयोग से शिकायत के लिए एप बनाया गया है. ईवीएम की सुरक्षा के लिए जीपीएस ट्रेकिंग का इस्तेमाल किया जाएगा. चुनाव आयोग के अनुसार, शिकायत करने के 100 मिनट के अंदर कार्रवाई की जाएगी.
उल्लेखनीय है कि मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल तीन जून को समाप्त होगा. चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होते ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई. आचार संहिता लागू होने के बाद सरकार नीतिगत निर्णय नहीं ले सकेगी.
सुषमा स्वराज ने हवाई हमलों को चुनावी मुद्दा बनाने के दिए संकेत
भाजपा पर्चों का इस्तेमाल कर लोगों से यह पूछेगी कि क्या वे उन पार्टियों को वोट देंगे जिन्होंने 26 फरवरी के हवाई हमले और अगले दिन पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों के साथ हवाई जंग के संबंध में देश की सशस्त्र सेनाओं की वीरता पर सवाल उठाए. भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं की रविवार को यहां एक सभा में वरिष्ठ नेता और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संकेत दिया कि 14 फरवरी को पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सेना की कार्रवाई सत्तारूढ़ पार्टी के लिए एक चुनावी मुद्दा होगा.
पिछले साल हालांकि जम्मू कश्मीर विधानसभा भी भंग किये जाने के बाद आयोग के समक्ष मई से पहले राज्य में चुनाव कराने की बाध्यता है, लेकिन भारत पाकिस्तान सीमा पर तनाव को देखते हुये जम्मू कश्मीर में चुनाव प्रक्रिया शुरु करना राज्य के जटिल सुरक्षा हालात और इसके इंतजामों पर निर्भर करेगा. जम्मू कश्मीर में विधानसभा का 6 साल का कार्यकाल 16 मार्च 2021 तक निर्धारित था, लेकिन पिछले साल राज्य में सत्तारूढ़ पीडीपी-भाजपा गठबंधन टूटने के कारण विधानसभा भंग कर दी गयी थी. संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार जम्मू कश्मीर को छोड़कर अन्य सभी राज्यों की विधानसभा का कार्यकाल पांच वर्ष होता है.
सूत्रों के अनुसार लोकसभा की 543 सीटों पर चुनाव के लिये आयोग ने देश में लगभग दस लाख मतदान केन्द्र बनाये हैं. आयोग ने 2014 में लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा पांच मार्च को की थी. पिछला चुनाव अप्रैल से मई के बीच नौ चरणों में कराया गया था. पहले चरण का मतदान सात अप्रैल को और अंतिम चरण का मतदान 12 मई को हुआ था.