ऑस्ट्रेलिया ने बुधवार (13 मार्च) को भारत के खिलाफ पांचवें वनडे में जब जोरदार शुरुआत की तो भारतीय टीम दबाव में आने लगी थी. आस्ट्रेलिया की टीम 15वें ओवर में 75 का स्कोर पार कर चुकी थी और उसका एक भी विकेट नहीं गिरा था. ऐसा लग रहा था कि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरॉन फिंच और उस्मान ख्वाजा फिर शतकीय साझेदारी करेंगे. लेकिन रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने ऐसा नहीं होने दिया. उन्होंने एरॉन फिंच (Aaron Finch) को बोल्ड कर ना सिर्फ भारत को पहली कामयाबी दिलाई, बल्कि दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम का एक रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया.
ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को आउट करने के साथ ही फिरोजशाह कोटला (Feroz Shah Kotla) के सबसे सफल गेंदबाज (वनडे) बन गए हैं. उन्होंने इस मैच से इस मैदान पर सात विकेट झटके थे. फिंच को आउट कर उन्होंने अपने विकेटों की संख्या 8 पहुंचा दी है. इसके साथ ही उन्होंने वेस्टइंडीज के केमार रोच, भारत के हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) और अजित आगरकर ( Ajit Agarkar) को पीछे छोड़ दिया है. इन तीनों के नाम सात-सात विकेट दर्ज हैं. जडेजा का कोटला में यह छठा मैच है. रोच ने दो, आगरकर ने तीन और हरभजन ने यहां पांच मैच खेले हैं.
जडेजा, चहल और कुलदीप में टक्कर
रवींद्र जडेजा उन खिलाड़ियों में से एक हैं, जो विश्व कप खेलने के तगड़े दावेदार हैं. टीम इंडिया के 15 खिलाड़ियों की टीम में जगह बनाने के लिए वे युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव को कड़ा मुकाबला दे रहे हैं. युजवेंद्र और कुलदीप जहां सिर्फ गेंदबाजी में माहिर हैं. वहीं जडेजा उपयोगी बैटिंग भी कर सकते हैं. इसके अलावा वे टीम के बेस्ट फील्डर हैं. ऐसे में भारतीय टीम प्रबंधन को इस बात पर माथापच्ची करनी पड़ेगी कि वह टीम में युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा में से किन दो स्पिनरों को टीम में शामिल करें.
कोटला के मैदान पर विराट कोहली के पास भी रिकॉर्ड बनाने का मौका है. वे उन सात बल्लेबाजों में शामिल हैं, जो यहां एक-एक शतक लगा चुके हैं. इनमें सचिन तेंदुलकर, रिकी पोंटिंग, एबी डिविलियर्स, केन विलियम्सन, निक नाइट, रॉय डायस शामिल हैं. विराट कोहली अगर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें वनडे में शतक बनाते हैं, तो इस मैदान पर दो शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज बन जाएंगे.