नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है. राजधानी भोपाल की सीट पर दो पूर्व मुख्यमंत्री यानि कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और बीजेपी के शिवराज सिंह आमने-सामने हो सकते हैं. कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह के नाम की आधिकारिक घोषणा कर दी है. वहीं बीजेपी इसपर जल्द ही फैसला ले सकती है. इन अटकलों के बीच शिवराज सिंह चौहान और मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष राकेश सिंह विशेष विमान से नई दिल्ली पहुंचे हैं.
दिग्विजय सिंह को भोपाल से उम्मीदवार बनाये जाने पर कल शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि बीजेपी सूबे कि 29 में से 29 सीट पर लड़ेगी और हम भोपाल समेत सभी सीटों पर जीतेंगे. बीजेपी के सामने कोई चुनौती नहीं है. शिवराज चौहान ने दिग्विजय सिंह को बंटाधार रिटर्न कहा.
दिग्विजय सिंह की पहली पसंद राजगढ़ लोकसभा सीट थी. लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ की सलाह के बाद उन्हें कांग्रेस के लिए कठिन माने जाने वाली भोपाल की सीट दी गई. इस सीट पर करीब तीन दशक से बीजेपी का कब्जा रहा है. 1989 से लेकर बीजेपी के सुशील चंद्र वर्मा ने तीन पर यहां का प्रतिनिधित्व किया. उसके बाद 1999 में उमा भारती यहां से जीतीं लेकिन मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया. वर्तमान में अशोक सांझर भोपाल से सांसद हैं.
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 29 में से 27 सीटों पर जीत दर्ज की थी. तब सूबे में बीजेपी की सत्ता थी. हालांकि पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा. कांग्रेस ने 114 और बीजेपी ने 109 सीटों पर कब्जा जमाया. ऐसे में लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है. मध्य प्रदेश में चार चरणों में वोट डाले जाएंगे.
मध्य प्रदेश
पहला चरण, 29 अप्रैल- सीधी, शहडोल,जबलपुर, मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा.
दूसरा चरण, 6 मई- टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, होशंगाबाद,बैतूल.
तीसरा चरण, 12 मई- मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल,राजगढ़.
चौथा चरण, 19 मई- देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगौन, खंडवा.