भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित आरएसएस के दफ्तर से सुरक्षा हटाने से हुए विवाद के बाद सीएम कमलनाथ ने संघ के कार्यालय को फिर से सुरक्षा देने के निर्देश दिए हैं. आरएसएस के दफ्तर से सुरक्षा हटाने के बाद राज्य का सियासी पारा चढ़ गया था. सरकार के इस फैसले से कांग्रेस के अंदर ही खींचतान दिखाई देने लगी थी. इसे लेकर दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री पर सवाल उठाए थे. दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर संघ कार्यालय की सुरक्षा बहाल करने की अपील भी की थी.
अब सीएम कमलनाथ ने इसे लेकर सफाई दी है. सीएम ने आरएसएस दफ्तर को फिर से सुरक्षा देने के निर्देश भी दिए हैं. कमलनाथ ने कहा, मुझे आरएसएस के भोपाल स्थित कार्यालय से चुनाव आयोग में की गयी एक शिकायत के चलते व चुनावी कार्य में फ़ोर्स की आवश्यकता होने के कारण सुरक्षा हटा लेने की जानकारी मिली. कुल छह स्थानों पर से सुरक्षा व्यवस्था हटायी गयी. मैंने अधिकारियों को तुरंत ही निर्देश दिये है कि आरएसएस कार्यालय पर फिर से सुरक्षा व्यवस्था की जाये.
पिछले 15 सालों में बीजेपी कार्यालय पर सुरक्षा बल तैनात रहे- कमलनाथ
सीएम ने कहा कि आरएसएस से भले हमारे वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, आरएसएस भले हमारा विरोध करता रहा हो लेकिन मैं उनके कार्यालय से सुरक्षा हटाए जाने का पक्षधर नहीं हूं. मैं इस तह में भी नहीं जाना चाहता हूं कि पिछले 15 सालों में बीजेपी कार्यालय पर सुरक्षा बल तैनात रहे. वही कांग्रेस कार्यालय को बीजेपी सरकार में कोई सुरक्षा में नहीं प्रदान की गयी.
कमलनाथ ने कहा कि हमारी सरकार बनने के बाद भी हमने बीजेपी कार्यालय को दी जा रही सुरक्षा व्यवस्था को जारी रखा. हमने बीजेपी की तरह दोहरा आचरण नहीं रखा. भले आरएसएस कार्यालय के ज़िम्मेदार लोग कह रहे हैं कि हमने सुरक्षा नहीं मांगी. लेकिन मैं इस तरह की राजनीति में विश्वास शुरू से नहीं करता हूं और न इस तरह के विषय को राजनीति का केन्द्र बनाना चाहता हूं.
बीजेपी नेताओं को सुरक्षा की मांग वाला पत्र प्रशासन को सौंपना चाहिये- कमलनाथ
मध्य प्रदेश के सीएम ने यह भी कहा कि जो बीजेपी नेता इस मामले पर हो हल्ला मचा रहे हैं, हमले की आशंका जता रहे हैं, सुरक्षा की आवश्यकता बात रहे हैं उन्हें विधिवत प्रक्रिया का पालन कर सुरक्षा की मांग वाला पत्र तुरंत प्रशासन को सौंपना चाहिये. उन्होंने कहा, सुरक्षा मांगना भी नहीं और हटना भी नहीं चाहिये, यह दोनों बातें समझ से परे हैं. फिर भी मैं आरएसएस कार्यालय को फिर से सुरक्षा देने का निर्देश जारी कर रहा हूं.
दरअसल, सोमवार रात कमलनाथ सरकार ने आरएसएस ऑफिस से सुरक्षा हटाने का आदेश जारी किया था. आरएसएस का यह दफ्तर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ का केंद्र है. आरएसएस की मध्य प्रांत की महत्वपूर्ण बैठकें यहां होती हैं. संघ से जुड़े तमाम महत्वपूर्ण लोग इस कार्यालय में पहुंचते हैं. इस कार्यालय में बीजेपी के कई बड़े नेताओं का आना-जाना लगा रहता है.