भुवनेश्वर। ओडिशा के तट से शुक्रवार सुबह फोनी चक्रवात टकरा गया है. फोनी की वजह से तेज बारिश हो रही है और हवाएं चल रही हैं. इस समय पुरी और उसके आसपास के इलाकों में हवा की रफ्तार 200 किमी प्रति घंटे से अधिक है. राज्य सरकार ने ओडिशा में करीब 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है. साथ ही अन्य लोगों से घरों पर ही रहने की सलाह दी गई है.
अब तक का अपडेट :
– ओडिशा के गंजाम और पुरी में फोनी कहर बरपा रहा है. गंजाम, भुवनेश्वर और पुरी में कई जगह पेड़ और बिजली के खंभे गिर पड़े हैं. उन्हें हटाने का कार्य लगातार जारी है.
– पश्चिम बंगाल में फोनी चक्रवात को देखते हुए दीघा में तैनात की गई एनडीआरएफ की टीम ने दत्तापुर और तेजपुर से 132 लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा है. इनमें 52 बच्चे भी शामिल हैं.
– एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मुताबिक कोलकाता से दोपहर 3 बजे से लेकर शनिवार सुबह 8 बजे तक विमानों को संचालन बंद रहेगा. एयर इंडिया कोलकाता से अपनी उड़ानें शुक्रवार दोपहर 1 बजे से ही बंद कर देगी.
– उत्तराखंड में भी फोनी चक्रवात के बाद मौसम को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. यहां अगले 24 घंटों में 60 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं. कुमाऊं में तेज आंधी के साथ बारिश हो सकती है. गढ़वाल में भी कई जगह बारिश की संभावना.
– बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आज खराब मौसम के कारण झारखंड के खूंटी, कोडरमा और रांची में अपनी चुनावी जनसभाओं को स्थगित कर दिया है.
– ओडिशा के 17 जिलों में फोनी तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. साथ ही सभी स्कूल कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं.
– फोनी चक्रवात के मद्देनजर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अगले दो दिन तक अपने सभी चुनावी अभियान रद्द कर दिए हैं. साथ ही वह आज और कल तटीय क्षेत्र के करीब खड़गपुर में ही रहेंगी. इस दौरान वह चक्रवात के दौरान हालात पर नजर रखेंगी.
हैदराबाद स्थित मौसम विभाग के अनुसार पुरी में इस समय हवा की अधिकतम रफ्तार 240 किमी प्रति घंटा से 245 किमी प्रति घंटा के बीच है. साथ ही पूरे ओडिशा तट पर भारी बारिश हो रही है. फोनी के पूरी तरह से टकराने के बाद इसका असर कम होगा और यह पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों की ओर जाएगा.
ओडिशा में फोनी चक्रवात के पहुंचने का असर आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों पर भी दिख रहा है. यहां के विशाखापत्तनम में समुद्र तट पर तेज हवाएं चल रही हैं. साथ ही ऊंची समुद्री लहरें भी उठ रही हैं. फोनी तूफान के गुजरने के बाद के हालात से निपटने के लिए भारतीय तटरक्षक बल (कोस्ट गार्ड) ने राहत और बचाव की 34 टीमों को तैनात कर दिया है. ये टीमें विजाग, चेन्नई, पाराडिप, गोपालपुर, हल्दिया, फ्रेजरगंज और कोलकाता में तैनात की गई हैं. वहीं विजाग और चेन्नई में कोस्ट गार्ड की चार नावों को भी तैनात किया गया है.
भुवनेश्वर स्थित भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के डायरेक्टर एचआर विश्वास के अनुसार के अनुसार फोनी चक्रवात के ओडिशा के तट से टकराने की प्रक्रिया सुबह 8 बजे शुरू हो गई थी. कुछ जमीनी इलाकों में भी इसकी दस्तक हुई है. इसके पूरी तरह से यहां टकराने में करीब 2 घंटे और लगेंगे. यह ओडिशा के पुरी के नजदीक टकराया है. इसके टकराने की प्रक्रिया करीब 10:30 बजे तक जारी रहेगी.
सुबह बताया गया था कि चक्रवात फोनी ओडिशा के तट से शुक्रवार सुबह टकरा सकता है. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार सुबह 5:30 बजे फोनी पुरी से 80 और गोपालपुर से 65 किलोमीटर दूर था. औसतन 40 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से फोनी एक कर्व लेता हुआ कोस्टल एरिया की तरफ घूम रहा था.
फोनी रात तक ओडिशा के तटीय इलाकों में कहर बरपाएगा. फिर पश्चिम बंगाल की ओर चला जाएगा. पूरे ओडिशा कोस्टल एरिया में रात करीब 2 बजे से भारी बरसात हो रही है. तेज हवाएं चल रही हैं. फोनी के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा राहत दल (एनडीआरएफ) की 3 अतिरिक्त टीमों को तैनात किया गया है. ये टीमें भुवनेश्वर नगर पालिका के आयुक्त को रिपोर्ट करेंगी. ओडिशा में एनडीआरएफ की कुल 18 टीमें तैनात की गई हैं. इसके अतिरिक्त 10 टीमें और तैनात की गई हैं.
राज्य के मुख्य सचिव एपी पधी ने कहा कि चक्रवात के टकराने की पूरी प्रक्रिया चार-पांच घंटे की होगी. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने लोगों से अपील की है कि वे इस दौरान घरों के अंदर ही रहें और कहा कि लोगों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं.
इस बीच, नई दिल्ली मिली जानकारी के मुताबिक, भारतीय तटरक्ष बल और नौसेना ने भी राहत इंतजाम में अपने पोत और कर्मियों को तैनात किया है. तट रक्षक बल ने ट्वीट कर कहा कि चक्रवाती तूफान फोनी को देखते हुए 34 राहत दलों और चार तटरक्षक पोतों को राहत कार्य के लिए तैनात किया गया है.
नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने दिल्ली में कहा कि भारतीय नौसेना के पोत सहयाद्री, रणवीर और कदमत को राहत सामग्री तथा चिकित्सा दलों के साथ तैनात किया गया है, जिससे वे चक्रवात के तटीय इलाके से गुजरने के फौरन बाद राहत कार्य शुरू कर सकें. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने जानकारी दी कि गुरुवार मध्य रात्रि से भुवनेश्वर से उड़ानों का परिचालन अस्थायी रूप से रोक दिया जाएगा.
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शुक्रवार सुबह से कोलकाता हवाई अड्डे से भी उड़ानों का परिचालन अस्थायी रूप से रोक दिया जाएगा और हालात बेहतर होते ही उड़ानों को बहाल कर दिया जाएगा. रेलवे ने ओडिशा से रेलगाड़ियों का परिचालन पहले ही अस्थायी रूप से रोक दिया है.
कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा की अध्यक्षता में एनसीएमी की बैठक के बाद गृह मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ओडिशा सरकार ने राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) को गुरुवार को जानकारी दी कि 10,000 गांव और 52 शहर एवं कस्बे इस तूफान से प्रभावित होंगे. सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए जा रहे लोगों के रहने के लिए लगभग 900 तूफान आश्रय स्थल पहले ही तैयार कर लिए गए हैं.