इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के एलिमिनेटर मैच में दिल्ली और हैदराबाद के बीच हुआ मैच कई विवादों और उतार चढ़ाव भरा रहा. इस मैच में दो बार अंपायरों को अपना फैसला देने में मशक्कत करनी पड़ी. वहीं जब ऋषभ पंत ने मैच दिल्ली की ओर मोड़ ही दिया था उसके बाद उनके आउट होने पर मैच एक बार फिर रोमांचक हो गया. लेकिन आउट होने से पहले ऋषभ टीम का काम इतना आसान कर गए थे कि अंततः जीत दिल्ली को ही मिल गई. पंत ने 18वें ओवर मे ताबतोड़ बल्लेबाजी कर मैच का रुख मोड़ दिया.
अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में न बदल सकी
इस मैच में हैदराबाद कोमार्टिन गप्टिल ने अच्छी शुरुआत दी, लेकिन उसके बाद टीम रनों की रफ्तार को तेज न कर सकी और न ही टीम का कोई बल्लेबाज लंबी पारी खेल सका. दिल्ली के गेंदबाजों ने बड़ा स्कोर बनाने से रोक दिया और 20 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 162 रन ही बन सके. गप्टिल ने सबसे ज्यादा 36 रन बनाए. उसके बाद मनीष पांडे और कप्तान केन विलियमसन भी तेजी से रन बनाने में नाकाम रहे.
अच्छी शुरुआत रही दिल्ली की
दिल्ली के लिए शिखर धवन के साथ मिलकर पृथ्वी शॉ ने पावरप्ले में 55 रन जोड़े और उसके बाद अपनी फिफ्टी पूरी की. इसके बाद हैदराबाद के गेंदबाजों ने शानदार वापसी की और दबाव बढ़ाते गए. 11 ओवर में कप्तान श्रेयस अय्यर के आउट होने पर पंत बल्लेबाजी करने आए और उन्होंने रनों की गति बढ़ाई लेकिन दूसरे छोर पर विकेटों के गिरने का सिलसिला जारी रहा. 15 ओवर तक टीम का स्कोर पांच विकेट के नुकासान पर केवल 111 रन ही था.
पंत की तूफानी पारी
यहां से पंत ने अपने हाथ खोले और 17 ओवर तक पहले स्कोर 129 रन किया और उसके बाद बासिल थम्पी के ओवर में दो चौके और दो छक्के लगाते हुए 21 रन ठोक कर टीम को मैच में वापस ला दिया. पंत 19वें ओवर की पांचवी गेदं पर भुवनेश्वर कुमार को छक्का लगाने के चक्कर में आउट हो गए और 21 गेंदों में 49 रन बनाकर पवेलियन लौटे तब दिल्ली को आखिरी 7 गेदों में केवल पांच रनों की जरूरत थी. पंत ने अपनी पारी में दो चौके और पांच छक्के लगाए.
आखिरी ओवर में एक-एक रन बनाना मुश्किल हो रहा था, तभी अमित मिश्रा विवादों के साथ असामान्य तरीके से आउट हो गए लेकिन अंतिम गेंद पर कीमो पॉल ने चौका लगाकर दिल्ली को राहत देते हुए पंत की मेहनत को सफल बना दिया.