विराट कोहली अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर के सबसे अहम सफर का आगाज बुधवार को विश्वकप में लगातार दो हार से बेजार दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ करेंगे. इस दौर के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक कोहली की बतौर कप्तान असल परीक्षा क्रिकेट के इस महासमर में होगी. मैच की पूर्व संध्या पर कोहली ने कहा कि यह विश्वकप उनके करियर की सबसे कठिन परीक्षा है.
कोहली ने आगे कहा, “दक्षिण अफ्रीका की टीम अपने दिन पर सबसे खतरनाक टीम होती है. हम किसी को हल्के में नहीं लेंगे. हमें अपनी मजबूती पर और ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है.”
कोहली 2011 में विश्वकप विजेता टीम में थे. वह 2015 के विश्वकप की टीम में थे. मौजूदा टीम के कप्तान कोहली और मार्गदर्शक धोनी है और इसने पिछले नौ में से छह मैच जीते हैं. इस बार इसे खिताब के प्रबल दावेदारों में गिना जा रहा है.
कुलदीप की फिटनेस पर कोहली ने कहा, “कुलदीप यादव नेट पर काफी अच्छा कर रहे हैं. वह हर सिंगल बॉल पर स्टंप हिट कर रहा है. इसलिए विश्वकप की टीम में है.” केदार जाधव के बारे में कोहली ने कहा, “हमने कई ऐसे खिलाड़ी चुने हैं तो टीम को संतुलन प्रदान करते हैं. केदार फिर है और वह नेट पर वापस लौट आया है.”
दक्षिण अफ्रीका का मनोबल कमजोर
टूर्नामेंट का पहला मैच हमेशा अहम होता है और इस बार सामना दक्षिण अफ्रीका से है जिसका मनोबल इंग्लैंड और बांग्लादेश से हारकर पहले ही टूटा हुआ है. उनकी स्थिति इस बात से और भी खराब हो गयी कि डेल स्टेन कंधे की चोट से उबर नहीं सके और वह विश्व कप से बाहर हो गये। टीम में उनकी जगह बाएं हाथ तेज गेंदबाज ब्यूरान हेंडरिक्स को शामिल किया गया है. तेज गेंदबाज लुंगी एंगिडी चोट के कारण बाहर हैं. हाशिम अमला को पहले मैच में इंग्लैंड के जोफ्रा आर्चर की गेंद हेलमेट पर लगी थी.