क्रिकेट के मैदान पर रोमांच उस वक्त चरम पर होता है जब भारत और पाकिस्तान की टीम आमने सामने होती है. हर क्रिकेट प्रेमी इस मुकाबले का बेसब्री से इंतजार करता है. 2017 में खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी के एक साल से अधिक समय के बाद दोनों देश एशिया कप में आमने सामने होने जा रही है. 19 सितंबर को दोनों देशों के बीच पहला मुकाबला होगा जबकि दोनों टीम फाइनल में पहुंचती है तो कम से कम तीन मुकाबले पूरी तरह तय हैं. इस हाई वोल्टेज मुकाबले से पहले भारत के स्टार बल्लेबाज गौतम गंभीर ने क्रिकेट नीति पर बड़ा हमला बोला है.
गंभीर का मानना है कि बिगड़ते हालात के बीच दोनों देशों के बीच या तो किसी तरह का मुकाबला न हो और अगर होता है तो बाइलैटरल सीरीज भी हो. वाह क्रिकेट से बात करते हुए गंभीर ने कहा, ‘दोनों देशों के बीच होने वाले मुकाबलों के लिए एक सिद्धांत हो. ये नहीं हो सकता कि आईसीसी या एशिया कप जैसे इवेंट में भारत पाकिस्तान के खिलाफ खेले लेकिन आपस में कोई सीरीज न खेले.’
उन्होंने कहा, ‘सरकार अगर आईसीसी इवेंट में भारत को पाकिस्तान के खिलाफ खेलने की अनुमति देती है तो सीरीज के लिए भी दे औऱ अगर सीरीज नहीं हो रही है तो पूरी तरह पाकिस्तान को बैन करे. दोनों देशों के बीच क्रिकेट पर या तो जवाब हां होगा या पूरी तरह नहीं.’
पाकिस्तान के खिलाफ बेहतरीन रिकॉर्ड रखने वाले गंभीर ने कहा कि उनके लिए सैनिक पहले आते हैं और क्रिकेट बाद में. गंभीर ने कहा, ‘हमारे लिए सैनिक ज्यादा महत्वपूर्ण हैं, सरकार पहले सीमा सुरक्षित करे फिर क्रिकेट खेला जाए.’ उन्होंने कहा ‘एक तरफ सीमा पर सैनिक शहीद हो रहे ऐसे में हमें पाकिस्तान के साथ किसी भी जगह क्रिकेट नहीं खेलना चाहिए.’
पूर्व कप्तान कपिल देव ने भी गंभीर की बातों में सहमित जताई. उन्होंने कहा कि संबंध बेहतर होने के बाद ही दोनों देशों के बीच क्रिकेट मैच खेले जाएं. हालाकि उन्होंने उम्मीद जताई कि इमरान खान की नई सरकार भारत के साथ संबंध बेहतर करने की कोशिश करेंगे ताकि फिर से दोनों देशों के बीच क्रिकेट शुरू हो सके.
गंभीर ने क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू पर भी निशाना साधा. गंभीर सिद्धू के पाकिस्तान दौरे से काफी नाराज हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें पाकिस्तान नहीं जाना चाहिए था. आपको बता दें कि सिद्धू पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और नए प्रधानमंत्री बने इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने गए थे. गंभीर ने सिद्धू पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें पाक आर्मी चीफ को गले लगाने से पहले शहीद जवानों और उनके परिवार के बारे में सोचना चाहिए था.