नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 55वीं बार देश से ‘मन की बात’ की. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने चंद्रयान-2 की सफलता का जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा कि चंद्रयान से भरोसे और विश्वास की ताकत मिली. मिशन चंद्रयान ने दिखाया कि हमारे वैज्ञानिक विश्वस्तरीय हैं. वैज्ञानिकों पर गर्व है. इसी दौरान पीएम मोदी ने बच्चों को भारत के स्पेस मिशन से जुड़ी क्विज प्रतियोगिता से जुड़ने के लिए आमंत्रित किया. पीएम मोदी ने कहा कि ये प्रतियोगिता Mygov वेबसाइट पर 1 अगस्त से शुरू होगी और जीतने वाले को श्रीहरिकोटा ले जाया जाएगा.
एक अगस्त से Mygov वेबसाइट पर शुरू होगी प्रतियोगिता- मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ‘’मन की बात के माध्यम से मैं देश के विद्यार्थी दोस्तों के साथ, युवा साथियों के साथ एक बहुत ही दिलचस्प प्रतियोगिता के बारे में जानकारी साझा करना चाहता हूं और देश के युवक-युवतियों को निमंत्रित करता हूं.’’ उन्होंने कहा, ‘’बच्चों के लिए भारत के स्पेस मिशन से जुड़ी क्विज प्रतियोगिता कराई जाएगी, जो एक अगस्त से Mygov वेबसाइट पर शुरू होगी.’’
मोदी ने आगे कहा, ‘’मैं स्कूलों से, अभिभावकों से, उत्साही आचार्यों और शिक्षकों से विशेष आग्रह करता हूं कि वे अपने स्कूल को विजयी बनाने के लिए भरसक मेहनत करें.’’ उन्होंने कहा, ‘’ईनाम के रूप में सर्वाधिक स्कोर करने वाले बच्चों को 7 सितंबर को श्रीहरिकोटा में चंद्रयान-2 की लैडिंग के क्षण का साक्षी बनने का मौका मिलेगा. इसके लिए आपको क्विज प्रतियोगिता में हिस्सा लेना होगा और सबसे ज्यादा अंक प्राप्त करने होंगे.’’
Inviting students to take part in a unique quiz competition and get an opportunity to visit Sriharikota. #MannKiBaat
चंद्रयान-2 मिशन के बारे में पीएम मोदी ने कहा, ‘’मुझे पूरा विश्वास है कि आपको आसमान के भी पार, अंतरिक्ष में, भारत की सफलता के बारे में, जरुर गर्व हुआ होगा. चंद्रयान-2 मिशन ने एक बार फिर यह साबित किया है कि जब बात नए-नए क्षेत्र में कुछ नया कर गुजरने की हो, उत्साह की हो तो हमारे वैज्ञानिक सर्वश्रेष्ठ हैं, विश्व-स्तरीय हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘’हमें याद रखना चाहिए कि जीवन में भी मुश्किलों को पार करने का सामर्थ्य हमारे भीतर ही है.
जल संरक्षण दिल को छूने वाला विषय था- मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ‘’मेरे कहने से पहले भी जल संरक्षण आपके दिल को छूने वाला विषय था, सामान्य मानवी की पसंदीदा विषय था. मैं अनुभव कर रहा हूं कि पानी के विषय ने इन दिनों हिन्दुस्तान के दिलों को झकझोर दिया है. सरकार हो, एनजीओ हो जलसंरक्षण के लिए युद्ध स्तर पर कुछ-ना-कुछ कर रहे हैं. सामूहिकता का सामर्थ्य देखकर, मन को बहुत अच्छा लग रहा है, बहुत संतोष हो रहा है.’’