मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले पांच दशक से ठाकरे परिवार का किसी न किसी न किसी रूप में प्रभाव रहा है. 1960 के दशक में शिवसेना की स्थापना के साथ बाला साहेब ठाकरे का सियासी रसूख महाराष्ट्र की राजनीति में बढ़ता गया. उनके बाद कमान बेटे उद्धव ठाकरे ने संभाली लेकिन सत्ता को रिमोट कंट्रोल की तरह चलाने वाला ठाकरे परिवार अब पहली चुनावी दंगल में उतर रहा है. शिवसेना के शीर्ष नेतृत्व की तीसरी पीढ़ी के रूप में आदित्य ठाकरे मुंबई के वर्ली से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. चुनावी राजनीति में उतरने वाले ठाकरे परिवार के वह पहले नेता हैं. वर्तमान में वह शिवसेना की युवा शाखा, युवा सेना के प्रमुख हैं.
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी-शिवसेना का गठबंधन होने पर सत्ता में आने की स्थिति में उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री बनेंगे. इसलिए उनको डिप्टी सीएम पद के रूप में चुनावों में प्रोजेक्ट किया जा सकता है. सूत्रों का ये भी कहना है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पहले ही आदित्य ठाकरे को उप मुख्यमंत्री बनाने की बीजेपी की तरफ से शिवसेना के सामने पेशकश कर चुके हैं.