नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद बीजेपी आलाकमान ने नये प्रदेश अध्यक्ष की तलाश शुरु कर दी है, बीजेपी सूत्रों का दावा है कि मनोज तिवारी की जगह नये चेहरे को मौका दिया जा सकता है, दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद मनोज तिवारी ने इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन फिलहाल उन्हें पद पर रहने के लिये कहा गया है, कुछ नामों की खूब चर्चा हो रही है, जिसमें पहला नाम पश्चिमी दिल्ली सांसद परवेश सिंह वर्मा का है, युवा होने के साथ-साथ पार्टी में उनकी पैठ मानी जाती है, विधानसभा चुनाव के दौरान अमित शाह ने सीएम केजरीवाल को उनसे बहस करने की चुनौती भी थी।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल का होता है, मनोज तिवारी इस अवधि को पूरा कर चुके हैं, बीजेपी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव को देखते हुए उनके कार्यकाल को बढा दिया था, लेकिन अब चुनाव खत्म हो चुका है, जिसमें बीजेपी का प्रदर्शन भी संतोषजनक नहीं रहा है, कहा जा रहा है कि मनोज तिवारी के विकल्प की तलाश शुरु हो चुकी है।
दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और रोहिणी से लगातार दूसरी बार चुनाव जीतने वाले विजेंदर गुप्ता इस रेस में आगे बताये जा रहे हैं, हालांकि नेता प्रतिपक्ष पद उनके लिये रोड़ा हो सकता है, क्योंकि कहा जा रहा है कि फिर से विधानसभा में उन्हें नेता विपक्ष की कुर्सी मिल सकती है, गुप्ता जी के अलावा विजय गोयल का नाम भी रेस में है, हालांकि कहा जा रहा है कि केजरीवाल की वजह से ही उन्हें ये कुर्सी गंवानी पड़ी थी, ऐसे में अमित शाह उन्हें दोबारा इस कुर्सी पर नहीं बिठाएंगे।
बीजेपी सूत्रों का दावा है कि साउथ दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर भी इस रेस में शामिल हैं, प्रदेश बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि अमित शाह एक तेजतर्रार महिला को भी इस कुर्सी पर बिठा सकते हैं, ऐसे में मीनाक्षी लेखी को सबसे आगे देखा जा रहा है, जो नईदिल्ली संसदीय सीट से सांसद होने के साथ-साथ अच्छी वक्ता भी मानी जाती हैं।