नई दिल्ली। एक्टर आलोक नाथ पर शो ‘तारा’ की राइटर और प्रोड्यूसर विनता नंदा ने रेप का आरोप लगाया है. #metoo कैंपेन के तहत जबसे संस्कारी बाबूजी का नाम सामने आया है. उन्हें सोशल मीडिया पर लोगों की आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है. यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे आलोक नाथ की तबीयत खराब हो गई है.
खुद पर लगे आरोपों के चलते एक्टर आलोक नाथ की तबीयत बिगड़ गई है. डाक्टर ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है. इस विवाद पर अब आलोक नाथ की ओर से उनके वकील अशोक सरावगी बात करेंगे. सरावगी ने मीडिया से अपील की है कि “आलोक नाथ की बिगड़ती तबीयत को देखते हुए मीडिया उन्हें सहयोग करें. 1-2 दिन बाद आलोक नाथ खुद मीडिया से रूबरू होंगे.”
आलोक नाथ की सफाई में क्या कहा
हालांकि आलोक नाथ ने विवाद बढ़ता देख अपनी सफाई पेश की. मंगलवार को उन्होंने कहा, “वो (विनता) जो कुछ भी बोल रही हैं उनका व्यक्तिगत दृष्टिकोण है. मैं ना इस मामले को स्वीकारता हूं, ना ही इससे मना करता हूं. लोगों का काम तो बातें करना है. मैं यहां अपनी सफाई नहीं देने जा रहा हूं. किसी भी ऐसे मामले में सिर्फ एक आदमी इन्वॉल्व नहीं होता है. वे आगे इस पर और बात करेंगे. इस समय मैं चुप ही रहना चाहूंगा. अभी-अभी इस मामले को पढ़ा है और वे ज्यादा क्लीयर नहीं हैं.”
क्या है पूरा मामला
विनता नंदा ने आलोक नाथ के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाया है. उन्होंने फेसबुक पर लंबा चौड़ा पोस्ट लिख एक्टर पर संगीन आरोप लगाए. विनता ने कहा, ”उन्होंने मेरे साथ शारीरिक दुर्व्यवहार किया. मैं 1994 में टीवी के नंबर वन शो ‘तारा’ को लिख रही थी और इसका प्रोडक्शन कर रही थी. वह मेरी लीड गर्ल के पीछे थे. लड़की की उनमें कोई दिलचस्पी नहीं थी. एक सीन के दौरान आलोक पहले तो सेट पर शराब पीकर आए और उसके बाद शॉट के दौरान नवनीत पर गिर पड़े, जिसके बाद नवनीत ने उन्हें थप्पड़ मारा.”
विनता ने बताया कि एक बार वह आलोक नाथ के घर पर हुई पार्टी में शामिल हुई. वहां से देर रात दो बजे के करीब घर जाने के लिए निकलीं. ड्रिंक में कुछ मिला दिया गया था. रास्ते में उस शख्स ने गाड़ी रोकी, जो खुद चला रहा था और कहा कि मैं उनकी गाड़ी में बैठ जाऊं, मुझे घर छोड़ देगा. मैं उस पर भरोसा करके गाड़ी में बैठ गई. नंदा ने कहा, “इसके बाद मेरे मुंह में और ज्यादा शराब डाली गई और मेरे साथ काफी हिंसा की गई. अगले दिन जब दोपहर को मैं उठी, तो मैं काफी दर्द में थी. मेरे साथ सिर्फ दुष्कर्म ही नहीं किया गया था बल्कि मुझे मेरे घर ले जाकर मेरे साथ नृशंस व्यवहार किया गया था.”