नई दिल्ली। मौजूदा वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही बाकी तिमाहियों की तुलना में ‘सबसे खराब’ रहने वाली है। अर्न्सट एंड यंग की रिपोर्ट के मुताबिक कोविड 19 महामारी के कारण आर्थिक गतिविधि न के बराबर हुईं हैं जिसका असर पहली तिमाही में सबसे ज्यादा नजर आने वाला है।
कंसल्टेंसी फर्म के मुताबिक महामारी के दो महीने बाद अर्थव्यवस्था में पॉजिटिव सिगनल देखने को मिले। फर्म ने सकल घरेलू उत्पात (GDP) के डेटा निकालने से पहले ये बात कही है। रिपोर्ट में पॉजिटिव सिगनल परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई), आईआईपी डेटा, गाड़ियों की सेल, बिजली की खपत और विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि के आधार पर दिये गए हैं।
जून और जुलाई 2020 में पीएमआई विनिर्माण क्रमशः 47.2 और 46.0 पर बेंचमार्क स्तर 50 के करीब था। हालांकि, आईआईपी ने जून 2020 में कमी आई। जून 2020 में आईआईपी -16.6 फीसदी पर आ गया जबकि मई 2020 में -33.9 फीसदी था। जून 2020 में गाड़ियों की सेल 1,20,188 यूनिट रही जबकि अप्रैल और मई में कुल 33,546 यूनिट की सेल हुई थी। बिजली की खपत मे भी कमी आई।