दरअसल, दलित लड़की के साथ गैंगरेप और हत्या के मामले में कुछ कांग्रेस के कार्यकर्ता और स्थानीय लोग आज हाथरस में तालाब के चौराहे के पास दुकानें बंद करवा रहे थे. पुलिस ने रोका तो पथराव शुरू हो गया. इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे. उपद्रवियों ने एक बाइक को आग के हवाले कर दिया.
कांग्रेस बोली- CM योगी को हटाएं PM मोदी
उधर, दिल्ली में कांग्रेस ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से पद छोड़ने के लिए कहना चाहिए. कांग्रेस ने पूछा कि 8 दिनों तक एफआईआर दर्ज क्यों नहीं की गई? छह दिन उसे जनरल वार्ड में रखा गया और फिर आधी रात में परिवार की अनुपस्थिति में अंतिम संस्कार किया गया.
कांग्रेस ने कहा कि इस मामले में न्याय तभी हो सकता है जब सीएम योगी आदित्यनाथ को हटा दिया जाए. स्मृति ईरानी चुप हैं, वह यूपी से आती हैं, पीएम भी यूपी से आते हैं. इस मामले में मानव अधिकारों का घोर उल्लंघन हुआ है. सीएम योगी आदित्यनाथ के पास गृह मंत्रालय भी है, इसलिए वह भी दोषी हैं.
क्या है पूरा मामला
रतलब है कि हाथरस में गैंगरेप का शिकार होने के बाद दिल्ली के एक अस्पताल में दम तोड़ देने वाली 19 वर्षीय दलित युवती के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार कड़ी सुरक्षा के बीच बुधवार तड़के कर दिया गया. 14 सितंबर को चार लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया था. 15 दिन तक जिंदगी से जूझने के बाद सफदरजंग अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी.
लड़की का शव मध्यरात्रि के आसपास बुलगढ़ी गांव में पहुंचा और अंतिम संस्कार तड़के 3 बजे किया गया. पीड़िता के भाई ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने जबरन शव को ले लिया और मेरे पिता को दाह संस्कार के लिए साथ ले गए. जब मेरे पिता हाथरस पहुंचे, तो उन्हें पुलिस द्वारा तुरंत (श्मशान) ले जाया गया.
पीड़िता का शव गांव पहुंचते ही तनाव का माहौल हो गया और लोगों ने एम्बुलेंस को आगे बढ़ने से रोकने की कोशिश की, पुलिस अधीक्षक (एसपी) विक्रांत वीर ने रात में दाह संस्कार करने में पुलिस द्वारा कोई भी जल्दबाजी दिखाने की बात से इनकार किया. पुलिस ने दावा किया कि परिवार द्वारा अंतिम संस्कार किया गया. गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.