सुवा। फिजी में गुरुवार रात को आए चक्रवाती तूफान (Cyclone Yasa) ने भारी तबाही मचाई. चक्रवात की चपेट में आने से दो लोगों की जान चली गई. वहीं दर्जनों घर क्षतिग्रस्त हो गए. हालांकि यासा नाम के इस चक्रवात का असर देश के एक हिस्से में ही रहा, जिससे देश के दूसरे हिस्से के लोगों ने राहत की सांस ली.
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कार्यालय के निदेशक वसिति सोको ने बताया कि चक्रवात (Cyclone Yasa) की गति करीब 345 किमी प्रति घंटे की थी. इससे हुए नुकसान का आकलन करने में कई दिन लग जाएंगे. अनुमान है कि इससे सैकड़ों मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है. सोको ने कहा कि अभी उन लोगों के बारे में जानकारी प्राप्त की जा रही है, जिनकी मौत हुई है.
एफबीसी न्यूज के मुताबिक, वनुआ लोवु आइलैंड के लवलोव शहर में मकान गिरने से उसके अंदर दबकर 46 वर्षीय किसान रमेश चंद की मौत हो गई. इस दौरान उनका बड़ा बेटा भी घायल हो गया. मृतक की पत्नी ने बताया कि जैसे ही उसे मकान गिरने का आभास हुआ, वह अपने छोटे बेटे को लेकर नजदीक के घर में चली गई. उन्होंने अपने पति को काफी आवाज लगाई, लेकिन वे नहीं उठे. चक्रवात से फिजी (Fiji) के दूसरे सबसे बड़े वनुआ लोवु आइलैंड के ज्यादातर घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. हालांकि राजधानी सुवा और पर्यटक स्थल विटि लेवु चक्रवात से बचे रहे.
बाढ़ के खतरे की चेतावनी
लबासा निवासी बानुवे लसाका लुसी ने रेडियो न्यूजीलैंड को बताया कि यह बुरा सपना था. हवा की गर्जना और चारों ओर उड़ रही चीजें काफी डरावनी थी. उन्होंने बताया कि कई लोगों के मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए. कुछ लोगों ने बेड के नीचे छिपकर जान बचाई तो कई लोग सिर्फ कुछ कपड़े लेकर घर से भाग निकले. अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार तक यह चक्रवात दक्षिण पूर्व की ओर बढ़ते हुए काफी कमजोर पड़ जाएगा. हालांकि अधिकारियों ने अब बाढ़ के खतरे को देखते हुए चेतावनी जारी की है. इस चक्रवात ने लोगों को 2016 की याद दिला दी, जब विस्टन चक्रवात के कारण 44 लोगों ने जान गंवाई थी.
20 घर और सामुदायिक भवन क्षतिग्रस्त
द फिजी टाइम्स के अनुसार, चक्रवात से तिलिवा गांव में 20 घर और सामुदायिक भवन क्षतिग्रस्त हो गए. अन्य गावों में भी मकानों को भारी नुकसान पहुंचा है. अधिकारियों ने लोगों से अभी भी सावधान रहने को कहा है. अधिकारियों का कहना है कि शुक्रवार तक चक्रवात कमजोर तो पड़ेगा, लेकिन उसकी रफ्तार 100 किमी प्रति घंटे के आसपास रहेगी. चक्रवात से प्रभावित करीब 20 हजार लोगों ने सरकारी शेल्टर होम में शरण ली है. चक्रवात के कारण बिजली और संचार व्यवस्था तहस-नहस हो गई है. हालांकि चक्रवात आने से पहले ही पूरे देश में कर्फ्यू लगा लगा दिया गया था. फिजी की आबादी 9 लाख 30 हजार है.