फुझोउ (चीन)। भारत के अग्रणी बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत के लिए चीन ओपन में शुक्रवार का दिन निराशाजनक रहा. पुरुष एकल वर्ग के श्रीकांत को हार का सामना करना पड़ा और वह इस टूर्नामेंट से बाहर हो गए. इस हार के कारण वर्ल्ड नम्बर-9 श्रीकांत अपने दूसरे चीन ओपन खिताब से भी चूक गए. उन्होंने 2014 में पहली बार इस टूर्नामेंट में खिताबी जीत हासिल की थी.
श्रीकांत को पुरुष एकल वर्ग के क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे के वर्ल्ड नम्बर-3 चोउ तिएन चेन ने केवल 35 मिनटों के भीतर सीधे गेम में 21-14, 21-14 से मात देकर बाहर का रास्ता दिखाया.
हाल ही में हुए फ्रेंच ओपन के सेमीफाइनल से भी बाहर हुए थे
मोमोटा ने श्रीकांत को लगातार सातवें मैच में हराया था. इस टूर्नामेंट में महिला सिंगल्स के अलावा पुरुष सिंगल्स में भी भारत को निराशा हाथ लगी. पांचवीं सीड श्रीकांत को पुरुष क्वार्टर फाइनल में टॉप सीड जापान के केंटो मोमोटाने 21-16, 21-19 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया. यह मुकाबला 52 मिनट तक चला. मोमोटा ने लगातार सातवीं बार और इस साल लगातार पांचवीं बार श्रीकांत को शिकस्त दी है. उन्होंने अब श्रीकांत के खिलाफ अपना करियर रिकॉर्ड 10-3 का कर लिया है.
सितंबर में हुए चीन ओपन में भी मोमोटा से ही हारे थे किदांबी
किदांबी श्रीकांत के लिए चाइना ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट निराशाजनक रहा. वर्ल्ड नंबर-8 श्रीकांत को क्वार्टर फाइनल में जापान के वर्ल्ड नंबर-2 केंटो मोमोटा से हार मिली. मोमोटा ने उन्हें 28 मिनट में सीधे गेमों में 21-9, 21-11 से मात दी. श्रीकांत भारत के पहले ऐसे पुरुष खिलाड़ी हैं, जिन्होंने इस खिताब को जीता है. उन्होंने 2014 में चाइना ओपन टूर्नामेंट अपने नाम किया था. हालांकि, वे इसके बाद दूसरी बार यह खिताब नहीं जीत पाए हैं.