राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) को गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है। यह निर्देश उनके कथित भाषण का वीडियो ट्विटर पर वायरल होने के बाद आया है।
महिला आयोग ने पत्रकार से फिल्मकार बने विनोद कापड़ी द्वारा साझा किए गए एक वीडियो का हवाला दिया। इस वीडियो को देखकर महिला आयोग ने निष्कर्ष निकाला कि यति नरसिंहानंद ने “महिलाओं पर अनुचित टिप्पणी और उनके लिए अभद्र शब्दों का उपयोग किया था।” कापड़ी ने अपने ट्वीट में महिला आयोग को भी टैग किया था।
वीडियो में यति नरसिंहानंद ने कहा है, “ज्यादातर कॉलगर्ल हिंदू महिलाएँ होती हैं। ये वो महिलाएँ होती हैं, जो प्रेम के चक्कर में जेहादी मुस्लिमों के चंगुल में फँसकर अपनी फोटो खिंचवा बैठती हैं। उनके द्वारा कभी पैसे के लिए, कभी किसी अधिकारी को खुश करने के लिए तो कभी नेताओं के लिए भेजी जाती हैं। कितनी दुर्गति हो गई हमारी बहन-बेटियों की?” हालाँकि, इस वीडियो की सत्यता की ऑपइंडिया पुष्टि नहीं करता है।
@NCWIndia has taken cognizance of the incident. Chairperson @sharmarekha has written to @dgpup to take immediate action and register an FIR under relevant charges in the matter. The action taken must be intimated to the Commission at the earliest. pic.twitter.com/4xuP8kRjyv
— NCW (@NCWIndia) August 7, 2021
गौरतलब है कि हाल के दिनों में यति नरसिंहानंद की हत्या के प्रयास हुए हैं। 2 जून को गाजियाबाद के डासना मंदिर के सेवादारों ने महंत यति नरसिंहानंद की हत्या के प्रयास के संदेह में विपुल विजयवर्गी और काशिफ नाम के दो लोगों को पकड़ा था। यति नरसिंहानंद सरस्वती ने एक ट्वीट में कहा था, “आज दो और सूअर पकड़े गए जो मेरी हत्या करने आए थे। मुझे मारना इतना आसान नहीं है।”
डासना मंदिर के पुजारी के करीबी अनिल यादव ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस अधीक्षक डॉ इराज राजा ने बताया था कि दोनों संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया गया है। 17 मई को दिल्ली पुलिस ने 24 वर्षीय जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी मोहम्मद डार उर्फ जहाँगीर की दिल्ली के पहाड़गंज से गिरफ्तारी थी। इसके बाद डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिघानंद सरस्वती की हत्या की साजिश का खुलासा हुआ था।