लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने बुधवार (14 नवंबर) को कहा कि केवल अयोध्या में ही नहीं बल्कि समूचे उत्तर प्रदेश में अल्पसंख्यक पूरी तरह से सुरक्षित हैं और राज्य में पिछले डेढ़ साल में सांप्रदायिक हिंसा की एक भी घटना नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि केवल अयोध्या में ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में अल्पसंख्यक अपने को सुरक्षित महसूस कर रहे है. राज्य में पिछले डेढ़ साल में सांप्रदायिक हिंसा की एक भी घटना नहीं हुई है. अगर कही कोई सांप्रदायिक तनाव की घटना हुई भी है तो उसे समय रहते नियंत्रित कर लिया गया है.
उनका ध्यान बाबरी मस्जिद राम जन्म भूमि मामले के मुद्दई इकबाल अंसारी के उस कथित बयान की ओर ध्यान दिलाया गया जिसमें उन्होंने कहा था कि मुस्लिम अयोध्या में अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं . इस पर डीजीपी ने कहा कि मुझे नहीं मालूम उन्होंने क्या कहा है, मैंने वह वीडियों भी नहीं देखा है. मुझे ताज्जुब है कि कोई ऐसा कह रहा है. जो भी असुरक्षित महसूस कर रहा है, वह फौरन स्थानीय पुलिस से संपर्क करें, हम उसकी पूरी सुरक्षा करेंगे.
डीजीपी ने कहा कि प्रदेश की 23 करोड़ जनता को सुरक्षित रखने का संकल्प उत्तर प्रदेश पुलिस का है. राज्य में जो भी असुरक्षित महसूस कर रहा है, वह फौरन स्थानीय पुलिस से संपर्क करें. हम उसकी पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे. पुलिस महानिदेशक ने कहा कि अयोध्या ही नहीं पूरे प्रदेश में पिछले डेढ़ साल में एक भी साम्प्रदायिक दंगा नहीं हुआ. यह हमारी विश्वसनीयता का परिचायक है.
उन्होंने कहा कि किसी भी घटना को चौबीस से 48 घंटे के अंदर हम खुलासा कर दे रहे हैं. लखनऊ में ही तीन-तीन जघन्य घटनाएं हुईं, जिसका हमने खुलासा किया.
गौरतलब है कि राजधानी लखनऊ में विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने बुधवार को कहा कि हिन्दू समुदाय के लोगों को भरोसा है कि उच्चतम न्यायालय का फैसला अयोध्या में राम मंदिर के पक्ष में आयेगा. राय ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ‘देश के लोगों को हिंदू समुदाय के लोगों की भावनाओं को समझना चाहिए. पिछले 500 सालों से अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने के लिए लगातार संघर्ष जारी है, अब और ज्यादा इंतजार नही होता.’
उन्होंने कहा कि 25 नवंबर को अयोध्या में वीएचपी ‘धर्म सभा’ का आयोजन कर रही है और उनका दावा है कि इस कार्यक्रम में करीब एक लाख लोग हिस्सा लेंगे. इस कार्यक्रम का उद्देश्य हिंदुओं की भावनाओं को सरकार और अदालत तक पहुंचाना है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राम मंदिर के लिए पत्थर तराशने का काम पूरा हो चुका है.