इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल ब्रियर्ली ने दिन-रात्रि टेस्ट का समर्थन किया और आस्ट्रेलिया के मौजूदा दौरे पर दिन-रात्रि टेस्ट खेलने के मौके का फायदा नहीं उठाने के लिए भारत को लताड़ लगाई. ब्रियर्ली ने साथ ही रविवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की प्रस्तावित विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का भी समर्थन करते हुए कहा कि इससे खेल के लंबे प्रारूप को फायदा होगा.
ब्रियर्ली ने कहा, ‘‘इससे (विश्व टेस्ट चैंपियनशिप) मदद मिलेगी. उन्हें (संबंधित अधिकारियों को) टेस्ट क्रिकेट की मदद के लिए हरसंभव प्रयास करना होगा. मुझे यह सुनकर काफी दुख हुआ कि भारत ने एडिलेड में दिन-रात्रि टेस्ट खेलने से इनकार कर दिया.’’
यह पूछे जाने पर कि आईसीसी की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप से खेल को कैसे मदद मिलेगी, ब्रियर्ली ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि टेस्ट चैंपियनशिप से मदद मिलेगी. आज हमारी चर्चा में भी किसी ने मुद्दा उठाया कि भारत में टेस्ट मैच देखने आने वालों के लिए उचित सुविधाओं से भी मदद मिलेगी.’’
उन्होंने कहा, ‘‘टेस्ट मैचों में लोगों को सहज बनाने, टेस्ट मैचों का विपणन, ये सभी चीजें टेस्ट मैचों के लिए की जानी चाहिए. टेस्ट क्रिकेट के लिए समय ढूंढना जब घरेलू टी20 श्रृंखला भी नहीं हो.’’
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की योजना के अनुसार नौ शीर्ष टीमें चैंपियनशिप में दो साल के दौरान एक-दूसरे के खिलाफ घरेलू मैदान और विरोधी के मैदान पर छह श्रृंखलाएं खेलेंगी.
दो साल की इस अवधि की शुरुआत आईसीसी 2019 क्रिकेट विश्व कप के तुरंत बाद होगी. इंग्लैंड में होने वाली एशेज से इसकी शुरुआत होगी. शीर्ष पर रहने वाली दो टीमें जून 2021 में आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भिड़ेंगी.
साहित्य महोत्सव के हिस्से के तौर पर ‘11 गाड्स इनसाइड एंड आउटसाइड द टैंपल. वाय क्रिकेट इज ए रिलीजन’ नाम शीर्षक पर पैनल चर्चा हुई जिसमें ब्रियर्ली के अलावा पत्रकार बोरिया मजूमदार और सबेस्टियन फाक्स ने हिस्सा लिया.
इंग्लैंड की ओर से 39 टेस्ट खेलने वाले 76 साल के ब्रियर्ली ने भारतीय कप्तान विराट कोहली की भी तारीफ की.
उन्होंने कहा, ‘‘वह (कोहली) बेहतरीन बल्लेबाज है, दुनिया का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज. उसका औसत 50 से अधिक है और टी20, एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय और टेस्ट क्रिकेट में अच्छी गति से रन बनाता है. वह बल्लेबाजी के इन विभिन्न प्रारूपों और टी20 क्रिकेट में पारंपरिक बल्लेबाजी को लाने के बीच सेतु का काम करता है. मुझे लगता है कि वह बल्लेबाज के रूप में जीनियस की तरह है.’’
इंग्लैंड के इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा कि भारतीय टीम ने जब इस साल इंग्लैंड का दौरा किया था तो वह मेहमान टीम के गेंदबाजों से प्रभावित थे.
आस्ट्रेलिया में भारतीय टीम की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि संभवत: यह हर बार की तरह आस्ट्रेलिया जाने वाली अच्छी टीमों की तरह है. उनके शीर्ष गेंदबाज काफी अच्छे हैं और इंग्लैंड में हम सभी उनसे प्रभावित थे.’’