पुलिस अफसर के नाम का बोर्ड और आरोपी का कबूलनामा… कानपुर गर्ल्स हॉस्टल MMS कांड की उलझी गुत्थी

कानपुर।  कानपुर में हॉस्टल की लड़कियों का नहाते हुए वीडियो बनाने के मामले में पुलिस ने हॉस्टल चलाने वाले मनोज पांडेय को गिरफ्तार कर लिया है. मनोज पांडेय का कहना है कि यह हॉस्टल शशि नौमानी का था. इस बीच पुलिस ने हॉस्टल के बाहर लगे नेम प्लेट पर जिस पुलिस अफसर का नाम लिखा है यानी एएसपी सुरेंद्र तिवारी से भी पूछताछ की है.

सूत्रों का कहना है कि कानपुर पुलिस की पूछताछ में बुलंदशहर में तैनात एएसपी सुरेंद्र तिवारी अभी तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए हैं. इससे पहले आजतक से फोन पर बात करते हुए बुलंदशहर के एएसपी सुरेंद्र तिवारी ने कहा, ‘मेरी कोई बिल्डिंग कानपुर में नहीं है, इस बिल्डिंग से मेरा कोई लेना-देना नहीं है, मेरी कोई प्रॉपर्टी कानपुर में नहीं है.’

क्या है पूरा मामला

रावतपुर थाना क्षेत्र के काकादेव के तुलसी नगर स्थित गर्ल्स हॉस्टल की लड़कियों ने हॉस्टल के एक कर्मचारी पर अश्लील वीडियो बनाने का आरोप लगाया था. पुलिस में की गई शिकायत के अनुसार, आरोपी ने हॉस्टल में लड़कियों के कई अश्लील वीडियो बनाए. आरोपी कानपुर के काकदेव इलाके में स्थित गर्ल्स हॉस्टल में स्वीपर का काम करता है.

हॉस्टल में रहती थीं 55 लड़कियां

इस गर्ल्स हॉस्टल में 55 लड़कियां रहती हैं. उन्होंने बताया कि जैसे ही वह एफआईआर करा कर यहां वापस लौटी तो हॉस्टल के सभी पुरुष कर्मचारी फरार मिले, न केयरटेकर है और न ही गार्ड, ऐसे में उनकी सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है. हॉस्टल के बाहर आसपास मोहल्ले के लड़कों की भीड़ लगी है. कई लड़कियां हॉस्टल छोड़कर चली गईं.

हॉस्टल छोड़कर भागे सभी कर्मचारी

स्वीपर के गिरफ्तार होते ही हॉस्टल से सभी पुरुष कर्मचारी फरार हो गए हैं. इसके बाद लड़कियों ने रातों-रात हॉस्टल खाली कर दिया और अपने घर लौट गईं. स्वीपर के खिलाफ लड़कियां जब मुकदमा लिखवा कर हॉस्टल पहुंचीं तो हॉस्टल के सभी जेन्ट्स कर्मचारी फरार हो गए. लड़कियों का कहना है कि हॉस्पिटल में पांच जेंट्स कर्मचारी हैं.

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