बीते शुक्रवार महिला टी20 विश्वकप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों हारकर भारत विश्वकप की रेस से बाहर हो गया था. लेकिन इस मुकाबले में टीम इंडिया के प्लेइंग इलेवन को लेकर भारतीय टीम मैनेजमेंट के फैसले पर सवाल उठाए जा रहे हैं. खासकर इस अहम मुकाबले से टीम इंडिया की स्टार मिताली राज को बाहर रख गया था जिसके बाद विवाद बढ़ गया था.
सेमीफाइनल में अंतिम-11 खिलाड़ियों के चयन के मुद्दे पर भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर और मिताली राज सोमवार को यहां टीम प्रबंधक त्रुप्ति भट्टाचार्य के साथ भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) के सीईओ राहुल जौहरी और सबा करीम से मिलीं.
सूत्रों के अनुसार, दोनों खिलाड़ियों ने बीसीसीआई के अन्य अधिकारियों से भी मुलाकात की और सेमीफाइनल मुकाबले में अंतिम-11 खिलाड़ियों के चयन को लेकर हुए मामले में अपने विचार साझा किए. भारत को विश्व कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ आठ विकेट से करारी हार झेलनी पड़ी थी.
फॉर्म में चल रही अनुभवी बल्लेबाज मिताली राज को इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम-11 में शामिल नहीं किया गया था. मैच के बाद हरमनप्रीत ने यह भी कहा कि उन्हें इस पर “कोई पछतावा” नहीं है.
सूत्रों के अनुसार, खिलाड़ी बीसीसीआई के महाप्रबंधक (परिचालन) सबा करीम से मिले और ऐसा माना जा रहा है कि जौहरी एवं करीम इस मामले की रिपोर्ट प्रशासकों की समिति (सीओए) को सौपेंगे.
जोहरी ने इस मुलाकात के बाद ये भी कहा, ‘हां, हम(जोहरी और करीम) मिताली, हरमन और मैनेजर तृप्ति भट्टाचार्य से मिले. इन सभी ने हमसे अलग अलग मुलाकात की और अपनी राय रखी. हमने सब कुछ नोट किया है.’
इस बीच रमेश पोवार के भी जौहरी और करीम से बात करने की उम्मीद है. पोवार टीम के अंतरिम कोच हैं और उनका अनुबंध 30 नवंबर को समाप्त होगा. चयन के मामले के बाद उनके अपने पद पर बने रहने की उम्मीद कम है.