लखनऊ। ज्ञानवापी विवाद पर सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान के बाद एक बार फिर इसे लेकर सियासत गरमाने लगी है। पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने सीएम योगी को घेरते हुए कहा कि जब मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है तो उन्हें इस पर नहीं बोलना चाहिए था। बता दें कि मुख्यमंत्री ने एएनआई पॉडकास्ट पर दिए एक साक्षात्कार में पहली बार ज्ञानवापी पर अपनी बात रखी। सीएम ने कहा कि ज्ञानवापी को मस्जिद कहना ही गलत है। मस्जिद कहेंगे तो विवाद होगा। वहां ज्योतिर्लिंग, देव प्रतिमाएं मिली हैं। मस्जिद है तो त्रिशूल वहां क्या कर रहा है? मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस मामले के समाधान के लिए मुस्लिम समाज की ओर से प्रस्ताव आना चाहिए।
लगातार विवादों में हैं स्वामी
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य पिछले काफी समय से लगातार विवादों में चल रहे हैं। ताजा विवाद बद्रीनाथ धाम समेत कई तीर्थस्थलों के बारे में दिए गए उनके बयान को लेकर छिड़ा हुआ है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल में कहा था बद्रीनाथ धाम समेत कई तीर्थस्थल बौद्ध मठों को तोड़कर बनाए गए हैं। यदि बीजेपी के लोग हर मस्जिद में मंदिर ढूंढेंगे तो हर मंदिर में बौद्ध मठ ढूंढा जाएगा।