भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही टेस्ट सीरीज का पहला मैच जीतकर टीम इंडिया अब पर्थ में आगामी 14 दिसंबर से होने वाले दूसरे टेस्ट मैच की तैयारी में जुट गई है. एडिलेड में हुए पहले मैच में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 31 रनों से हरा कर इतिहास रच दिया था. 71 सालों में पहली पारी टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में किसी टेस्ट सीरीज का पहला टेस्ट जीता है. इसमें एक मैच में सर्वाधिक कैच लेने का रिकॉर्ड बनाने वाले भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत ने अपनी सफलता का श्रेय पूर्व कप्तान एमएस धोनी को दिया है.
पंत ने धोनी को ‘देश का नायक’ करार दिया और कहा कि पूर्व कप्तान ने उन्हें धैर्य रखने और दबाव की परिस्थितियों को झेलना सिखाया. पंत ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में 11 कैच लेकर किसी विकेटकीपर के एक टेस्ट में सर्वाधिक कैच के विश्व रिकार्ड की बराबरी की. उन्होंने इंग्लैंड के जैक रसेल और दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स के रिकार्ड की बराबरी की इसके अलावा, पंत ने भारतीय विकेटकीपरों में रिद्धिमान साहा और महेंद्र सिंह धोनी को पछाड़कर पहला स्थान हासिल किया है. साहा के नाम एक टेस्ट मैच में विकेटकीपर के रूप में 10 कैच लेने और धोनी के नाम नौ कैच लेने का रिकॉर्ड है.
कड़ मुकाबला किया था ऑस्ट्रेलिया ने
ऑस्ट्रेलियाई टीम सोमवार को मैच के अंतिम दिन चायकाल से पहले अपने निचले क्रम के बल्लेबाजों के उम्दा प्रदर्शन की बदौलत भारत के 323 रन के लक्ष्य के करीब पहुंचने में सफल रही लेकिन अंतत: 291 रन पर आउट हो गई. यह भारत की ऑस्ट्रेलिया में छठी जीत है. भारत ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया में जारी टेस्ट सीरीज की जीत के साथ शुरुआत की है. साथ ही यह एडिलेड में भारत की 15 साल बाद पहली जीत है.
यह रिकॉर्ड भी बने इस मैच में
इसके साथ ही इस मैच में कैचों का एक नया विश्व रिकॉर्ड भी बना है. इस मैच में कुल 35 कैच लिए गए हैं. इससे पहले, आस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच इसी साल खेले गए मैच में 34 कैच लिए गए थे. आस्ट्रेलिया और भारत दोनों टीमों की दूसरी पारियों में सभी 20 विकेट कैच लेकर गिरे हैं. कोई भी बल्लेबाज न तो रन आउट हुआ न ही पगबाधा और न ही बोल्ड हुआ.
देश के नायक हैं धोनी
आस्ट्रेलिया की पहली पारी में छह कैच लेकर धोनी के रिकार्ड की बराबरी करने वाले पंत ने क्रिकेट.काम.एयू से कहा, ‘‘वे (धोनी) देश का नायक हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने एक इंसान और एक क्रिकेटर के रूप में उनसे काफी कुछ सीखा है. जब भी वे आसपास होते हैं तो मैं एक व्यक्ति के तौर पर खुद को आत्मविश्वास से भरा पाता हूं. अगर मुझे कोई भी परेशानी होती है तो उसे मैं उनसे साझा करता हूं और वे तुरंत ही उसका समाधान बता देते हैं.’’
धीरज रखना सिखाया धोनी ने
पंत ने कहा, ‘‘विकेटकीपर और खिलाड़ी के रूप में उन्होंने मुझे यहां (एडीलेड) जैसी दबाव की परिस्थितियों में धीरज बनाए रखना सिखाया. आपको शांतचित रहकर अपना शत प्रतिशत देना होता है.’’ अपने रिकार्ड के बारे में पंत ने कहा, ‘‘मैंने कभी रिकार्ड के बारे में नहीं सोचा लेकिन अपने नाम के आगे कुछ कैच लिखवाना अच्छा है. उपलब्धि हासिल करना अच्छा है लेकिन मैं इस बारे में अधिक नहीं सोच रहा हूं.’’