भारतीय क्रिकेट टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट (Perth Test) में 146 रन से हार का सामना करना पड़ा. हार के बाद कप्तान विराट कोहली ने कहा कि उन्होंने दूसरे टेस्ट में कभी स्पिनर को टीम में रखने के बारे में कभी सोचा ही नहीं. उनका मानना था कि भारत के चार तेज गेंदबाज काम कर जाएंगे. हालांकि, इस मैच का सबसे सफल गेंदबाज स्पिनर ही रहा. ऑस्ट्रेलिया के ऑफ स्पिनर नाथन लॉयन ने तेज गेंदबाजों की अनुकूल पिच पर आठ विकेट झटके और मैन ऑफ द मैच चुने गए.
भारत के पांचवें और अंतिम दिन दूसरी पारी में 140 रन पर सिमटने के बाद कोहली ने कहा, ‘जब हमने पिच को देखा तो हमने (रवींद्र) जडेजा के विकल्प के बारे में नहीं सोचा. हमने सोचा कि चार तेज गेंदबाज काफी होंगे.’ उन्होंने कहा, ‘नाथन लियोन ने काफी अच्छी गेंदबाजी की. ईमानदारी से कहूं तो हमने कभी स्पिन विकल्प के बारे में नहीं सोचा.’
इस पिच पर 330 रन काफी थे
भारतीय कप्तान ने ऑस्ट्रेलिया की तारीफ करते हुए कहा कि मेजबान टीम ने बेहतरीन गेंदबाजी की जबकि बल्लेबाजी में भी मेहमान टीम को पछाड़ दिया. उन्होंने कहा, ‘एक टीम के रूप में मुझे लगता है कि हम टुकड़ों में अच्छा खेले. ऑस्ट्रेलिया ने बल्ले से हमारी तुलना में कहीं बेहतर प्रदर्शन किया. हमें लगता है कि इस पिच पर 330 के आसपास का स्कोर काफी अधिक था. वे जीत के हकदार थे.’
हमें लक्ष्य हासिल करने की उम्मीद थी
विराट कोहली ने कहा, ‘हमारा मानना था कि हम लक्ष्य हासिल कर सकते हैं लेकिन उन्होंने मौका नहीं दिया और हमें परेशानी में डाला.’ भारत के गेंदबाजी प्रदर्शन पर कोहली ने कहा, ‘टीम के रूप में हमारे गेंदबाज बेहतरीन हैं. उन्हें दबदबा बनाते हुए देखना काफी अच्छा लगता है और यह ऐसी चीज है जिसे हम आगे बढ़ाना चाहते हैं. अगर विकेट नहीं भी मिलें तो भी वे मौके नहीं देते जो काफी अच्छा गुण है.’
तीसरा टेस्ट 26 से मेलबर्न में
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अब तीसरा टेस्ट मैच 26 दिसंबर से मेलबर्न में खेला जाएगा. इस मैच से पहले दो खिलाड़ी मयंक अग्रवाल और हार्दिक पांड्या टीम इंडिया से जुड़ जाएंगे. मयंक अग्रवाल को चोटिल पृथ्वी शॉ की जगह टीम में शामिल किया गया है. पांड्या को टीम में अतिरिक्त सदस्य के तौर पर शामिल किया गया है. वे टीम के 19वें सदस्य हैं.