भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) पर खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच का पहला दिन भारत के नाम रहा. भारत ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक 89 ओवरों में दो विकेट खोकर 215 रन बनाए. पुजारा 66 रन बनाकर नाबाद हैं. उनके साथ कप्तान विराट कोहली 47 रन बनाकर क्रीज पर हैं. पदार्पण करने वाले सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल चर्चा में रहे. चेतेश्वर पुजारा ने भी अपने हाथ दिखाए. भारतीय टीम इस टेस्ट को इन 4 वजहों से जीत सकती है. आइए इन पर एक नजर डालते हैं:
1. मेलबर्न में 350 रन का स्कोर औसत स्कोर है. जो भी टीम इतना स्कोर बना लेती है उसके जीतने के अवसर बढ़ जाते हैं. दूसरे शब्दों में कहा जाए तो उस टीम के हारने की संभावनाएं खत्म नहीं होती. भारत 200 रन बना चुका है. अगर 450 रन बना लेता है तो मैच पर भारत की पकड़ बहुत मजबूत तो होगी ही, जीत की संभावना भी बढ़ जाएगी.
2. पहले दिन के खेल पर नजर डालें आप जानेंगे कि पिच बॉलिंग को मदद नहीं कर रही है. बैटिंग को भी उतना सपोर्ट नहीं कर रही जबकि आज मैच का पहला दिन है. अगर बैटिंग पिच होती तो इस पर 300 रन बन गए होते. ऐसे में जिस पिच पर पहले दिन रन बनाना मुश्किल हो रहा है, उस पर तीसरे दिन से रन बनाना मुश्किल होगा. चौथी पारी खेलना तो बहुत मुश्किल होगा. चौथी पारी ऑस्ट्रेलिया की खेलनी जो कि आसान नहीं होगी.
3. वर्तमान टेस्ट सीरीज पर नजर डालें तो आप पाएंगे कि जिस टीम नें पहली पारी में 330 रन बनाए हैं, वह निर्णायक बढ़त लेने के साथ-साथ मैच जीतने में कामयाब रही है. भारत का स्कोर 2 विकेट पर 215 रन है. ऐसे में भारत अपनी पारी को 400 रन तक ले जा सकता है. अगर ऐसा हुआ तो चौथी पारी में 200 रन का लक्ष्य हासिल करना इस पिच पर मुश्किल होगा. अगर कोई चमत्कार नहीं हुआ तो ऑस्ट्रेलिया के हाथ से यह मैच जा सकता है.
4. भारत के दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और हालिया ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नजर डालें तो आपको कॉमन फैक्टर नजर आएगा. एक बार जिस टीम ने 350 रन बनाए मैच निकाल लिया है. एक तथ्य यह भी है कि पिछले एक साल में भारत कमजोर बॉलिंग के चलते नहीं हारा. कप्तान और टीम प्रबंधन को भी यह बात अच्छी तरह से मालूम है. शायद यही वजह है कि कोहली अपने बल्लेबाजों से ज्यादा से ज्यादा स्कोर करने की अपील कर रहे हैं.