नई दिल्ली। पीएम मोदी ने नए साल 2019 के पहले दिन साक्षात्कार में कई मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी. इसी क्रम में पीएम ने मध्यम वर्ग को केंद्र सरकार द्वारा दी जाने वाली राहत के बारे में विस्तार से चर्चा की. मिडिल क्लास के लिए राहत देने के बारे में बोले पीएम, “मिडिल क्लास कभी भी किसी के दयादान पर नहीं जीते. इस वर्ग को लेकर हमें सोच बदलनी होगी. मध्यम वर्ग स्वाभिमान से जीने वाला वर्ग है. निचले तबके को मिलना चाहिए. इसलिए उसकी चिंता करने की जरूरत है. मुद्रा योजना समेत कई योजनाएं मिडिल क्लास को लेकर ध्यान में देकर बनाई गईं.
पीएम ने कहा, “मिडिल क्लास के वर्ग को घर में छूट दी है. अगर वह 20 लाख का घर बनाता है तो उसे 5-6 लाख तक की बचत होगी. मध्यम वर्ग के लिए घर का सपना आसान बनाया.” मिडिल क्लास के लिए सरकार काफी काम कर रही है. मिडिल क्लास के लिए सरकार एलईडी बल्ब लाई ताकि उसका बिजली बिल कम हो सके. पीएम ने कहा हमने सबसे ज्यादा काम मध्यम वर्ग के लिए किया है.”
किसान के कर्जमाफी के मुद्दे पर पीएम ने कहा, “कांग्रेस झूठ बोल रही है. सभी का कर्जा माफ नहीं किया गया, जैसा कि कांग्रेस दावा कर रही है. जिम्मेवार राजनीतिक दल को झूठ नहीं बोलना चाहिए. कर्जमाफी समाधान नहीं है. बार-बार कर्जमाफी के बावजूद व्यवस्था में ऐसी क्या खामी है, कि वह कर्ज के चक्र में फंस जाता है. इस पर विचार करना जरूरी है.”
पीएम मोदी ने कहा इसका सबसे अच्छा तरीका है किसानों को आर्थिक रूप से सक्षम किया जाए. किसानों के कल्याण की हमने करीब 100 अधूरी योजनाओं को पूरा किया है. हमें यह स्थिति बनाना चाहिए कि उसका कर्ज न बढ़े. किसानों को हेल्थ स्वाइल कार्ड दिए. हम वैल्यू एडिशन, फूड प्रोसेसिंग, बेयरहाउसिंग पर बहुत तेजी से काम कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा, “हम किसान को अन्नदाता को ऊर्जादाता बनाना चाहते हैं. हम उसे सोलर पंप दे रहे हैं ताकि उसकी बिजली बिल से मुक्ति मिले. हमने कई फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी बढ़ाया है.” कर्जमाफी पर पीएम मोदी ने आगे कहा कि किसानों को सशक्त बनाने के लिए हम पूरा प्रयास कर रहे हैं.