क्रिकेट जगत को सचिन तेंदुलकर जैसा महान खिलाड़ी देने वाले मशहूर कोच रमाकांत आचरेकर नहीं रहे. उनका बुधवार (2 जनवरी) को 87 साल की उम्र में निधन हो गया. कोच आचरेकर के निधन की खबर आते ही क्रिकेट जगत में शोक की लहर फैल गई. सचिन तेंदुलकर समेत कई क्रिकेटरों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.
सचिन तेंदुलकर ने अपने कोच के निधन पर कहा कि उनके जाने से अब स्वर्ग में क्रिकेट संवरेगा. उन्होंने एक अंग्रेजी अखबार से कहा, ‘आचरेकर सर की स्वर्ग में मौजूदगी से अब वहां भी क्रिकेट का खेल समृद्ध होगा. उनके कई प्रशिक्षुओं की तरह मैंने भी सर से क्रिकेट की ABCD सीखी थी. मेरी जिंदगी में उनके योगदान को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. मैं आज जिस मुकाम पर हूं, उसकी बुनियाद आचरेकर सर ने ही रखी. मैं पिछले महीने आचरेकर सर से मिला था. हम दोनों ने काफी समय साथ बिताया था और पुराने दिनों की मस्तीभरी यादें साझा कीं.’
गुरु ने मुझे सीधा खेलना और सादगी से जीना सिखाया
सचिन तेंदुलकर ने कोच आचरेकर की तारीफ करते हुए बताया, ‘आचरेकर सर ने मुझे सीधा खेलने और सादगी से जीने का महत्व बताया. हमें अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाने और अपने अनुभव को हमारे साथ बांटने के लिए धन्यवाद सर. ’ उन्होंने आगे लिखा, ‘वेल प्लेड सर. मेरी कामना है कि आप जहां भी रहें, लोगों को और प्रेरित करते रहें.’
हमें क्रिकेट का अनमोल तोहफा देने वाले कोच को श्रद्धांजलि
वीवीएस लक्ष्मण और मोहम्मद कैफ ने भी कोच आचरेकर को श्रद्धांजलि दी. वीवीएस लक्ष्मण ने ट्वीट किया, ‘आचरेकर सर को श्रद्धांजलि, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट को सचिन तेंदुलकर जैसा आभूषण दिया. वहीं, मोहम्मद कैफ ने ट्वीट किया, ‘आचरेकर सर को श्रद्धांजलि, जिन्होंने हमें सचिन तेंदुलकर के रूप में हमें क्रिकेट का अनमोल तोहफा दिया.’
कोच आचरेकर ने खिलाड़ियों को बेहतरीन इंसान भी बनाया
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने भी द्रोणाचार्य अवॉर्डी कोच रमाकांत आचरेकर को श्रद्धांजलि दी. बोर्ड ने ट्वीट किया, ‘बीसीसीआई कोच आचरेकर के निधन पर शोक व्यक्त करता है. उन्हें श्रद्धांजलि. कोच आचरेकर ने ना सिर्फ महान क्रिकेटर पैदा किए, बल्कि उन्हें बेहतरीन इंसान के तौर पर भी प्रशिक्षित किया. भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान कभी नहीं भुलाया जा सकेगा.