ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट से पहले चोटिल होने वाले रविचंद्रन अश्विन को लेकर कप्तान विराट कोहली ने चिंता जताई है. कप्तान कोहली ने कहा है कि अश्विन की लगातार दो विदेशी दौरों पर ‘एक तरह की चोटें’ चिंता का विषय हैं और अश्विन को इसे ठीक करने पर ध्यान लगाना चाहिए.
अश्विन ने पेट की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण एडीलेड में पहले टेस्ट में 86 ओवर तक गेंदबाजी करने के बाद मौजूदा सीरीज में हिस्सा नहीं लिया है.
भारतीय टीम मैनेजमेंट ने अश्विन को अंतिम 13 में शामिल किया है और आधिकारिक रूप से घोषणा की है कि उन पर फैसला को मैच शुरू होने से पहले ही लिया जायेगा. कोहली ने स्पष्ट किया कि तमिलनाडु के इस ऑफ स्पिनर को एक जैसी ही चोट लग रही है.
कप्तान कोहली ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अश्विन पिछले दो विदेशी दौरों (इंग्लैंड और अब ऑस्ट्रेलिया) में एक तरह की चोटों से जूझ रहा है. किसी अन्य की तुलना में वह इसे ठीक करने पर ध्यान लगायेगा. ’’
उन्होंने कहा, ‘‘फिजियो और ट्रेनर ने उनसे बात की है कि चोट से उबरने के लिये उन्हें किस चीज की जरूरत है. वह निश्चित रूप से टीम के लिये काफी अहम है. टेस्ट क्रिकेट में वह इस टीम का अहम हिस्सा है और हम उसे शत प्रतिशत फिट देखना चाहते हैं और वो भी लंबे समय तक ताकि वह टेस्ट प्रारूप में हमारे लिये ज्यादा योगदान कर सके. ’’
कप्तान ने कहा, ‘‘वह (अश्विन) इस बात से काफी निराश है कि वह समय पर नहीं उबर पा रहा लेकिन पूर्ण फिटनेस हासिल करने के लिये क्या चीज करने की जरूरत है, यह उसे बता दिया गया है. लेकिन ईमानदारी से कहूं तो आप चोट की भविष्यवाणी नहीं कर सके. जब यह लगती है तो आप इस चोट से उबरने के लिये आप जो कर सकते हो, वो करते हो. ’’
अश्विन की चोट से चर्चा कोहली के पीठ दर्द तक पहुंच गयी जो पिछले कुछ समय से इससे जूझ रहे हैं. कोहली मेलबर्न टेस्ट के दौरान दर्द में थे और फील्डिंग करते हुए भी वह अपनी कमर पर थपथपाते हुए देखे गये लेकिन अब उन्होंने इससे निपटना सीख लिया है.
उन्होंने कहा, ‘‘आपको इससे शारीरिक रूप से निपटना होता है और चोट को दूर रखना होता है. अब मैं ऐसा करने में सफल रहा हूं और मुझे पूरा भरोसा है कि मैं इससे निपटने के लिये ज्यादा विकल्प ढूंढ सकता हूं और पूरी तरह फिट रह सकता हूं. ’’
कोहली ने कहा, ‘‘इंसान के साथ यह संभव नहीं है कि उन्हें चोट नहीं लगे और मुझे लगता है कि यहां वहां कुछ मामूली चोटों से कोई परेशानी नहीं है. बस आपको इनसे अच्छी तरह निपटना आना चाहिए.’’
इस दौरान कोहली ने खुलासा किया कि उन्हें भारतीय टीम में शुरूआती दिनों में 2011 से ही डिस्क की समस्या रही है.
उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक मेरी फिटनेस की समस्या है तो मुझे 2011 से डिस्क संबंधित परेशानियां रही हैं, इसमें कुछ नया नहीं है. लेकिन मैं पिछले कुछ सालों में शारीरिक प्रयासों से इससे निपटने में सफल रहा हूं. अगर आपको डिस्क संबंधित परेशानियां होती हैं तो आपको इनसे इसी तरह निपटना होगा इसलिये मैं इसके बारे में ज्यादा चिंता नहीं करता. ’’