टीम इंडिया के ऑस्ट्रेलिया दौरे का आखिरी टेस्ट मैच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जा रहा है. यह साल 2019 का पहला मैच है. इस मैच से जुटाई गई राशि को ग्लेन मैक्ग्रा फाउंडेशन को दी जानी है जो स्तन कैंसर पीड़ितों की मदद करती है. हर साल इस मैदान पर होने वाले पहले मैच में मैदान में ज्यादा से ज्यादा गुलाबी रंग का इस्तेमाल होता है. इस बार मैच में बाउंड्री, स्टंपस सभी गुलाबी रंग के हैं. विराट कोहली ने भी इस अपने खास अंदाज में पिंक टेस्ट सेलिब्रेट किया और वे भी मैदान कुछ गुलाबी चीजों के साथ आए.
इस वजह से कहा जाता है इसे पिंक टेस्ट
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा की पत्नी जेन मैक्ग्रा की मौत स्तन कैंसर की वजह से हुई थी. इस टेस्ट मैच से एकत्र की गई राशि ग्लेन मैक्ग्रा फाउंडेशन को दी जाती है. ग्लेन मैक्ग्रा फाउंडेशन संस्था ऑस्ट्रेलिया में स्तन कैंसर के प्रति लोगों को जागरुक करने के साथ-साथ इसके बारे में शिक्षित करने के लिए भी काम करती है. इसी फाउंडेशन के लिए सिडनी क्रिकेट ग्राउंड को नए साल को होने वाले पहले मैच में हर बार गुलाबी रंग से रंग दिया जाता है.
विराट भी देखे मैच में गुलाबी रंग में रंगे
विराट कोहली जब इस मैच में टीम इंडिया का दूसरा विकेट गिरने के बाद मैदान में आए तो उनके बैट का रबर और गल्ब्स गुलाबी रंग के थे. वहीं उनके बल्ले का लोगो भी गुलाबी रंग का था. टीम इंडिया ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था. टीम का पहला विकेट दूसरे ओवर में ही केएल राहुल के रूप में गिरा और उसके बाद मयंक और पुजारा ने पारी को संभाला और लंच के बाद टीम इंडिया को 100 रन पूरे किए. इसके बाद पारी के 34वें ओवर में जब मयंक 77रन बनाकर आउट हुए तब विराट कोहली मैदान में आए और वे पिंक टेस्ट के लिए तैयार भी दिखे.
गुलाबी रंग के ज्यादा इस्तेमाल से इसे पिंक टेस्ट भी कहा जाने लगा है. सिडनी में पिंक टेस्ट पहली बार 2009 में खेला गया था. पहली बार ये टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला गया था. इसके बाद से ही ये प्रथा निरंतर चली आ रही है. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला जाना वाला इस बार का सिडनी टेस्ट 11वां पिंक टेस्ट मैच है.