नई दिल्ली। राफेल विमान सौदे में कथित गड़बड़ी के आरोपों पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करना लगातार जारी है. लेकिन राहुल द्वारा रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को लेकर दिए गए बयान पर अभी उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं. राष्ट्रीय महिला आयोग अब कांग्रेस अध्यक्ष को नोटिस भेज दिया है. राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री एक महिला के पीछे छुप रहे हैं, जिसके बाद पीएम मोदी, अमित शाह समेत कई नेताओं ने उनकी आलोचना की थी.
दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक रैली में आरोप लगाया था कि राफेल के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाग रहे हैं और बचाव के लिए संसद में एक महिला को आगे कर दिया. जिसको लेकर महिला आयोग ने सख्त रुख अपनाया है.
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने ट्वीट किया कि राहुल गांधी का “…एक महिला से कहा मेरी रक्षा कीजिए? महिला विरोधी बयान है. क्या वह सोचते हैं कि एक महिला कमजोर है? राहुल गांधी देश की रक्षा मंत्री को ही कमजोर बता रहे हैं.
जिसके बाद राष्ट्रीय महिला आयोग के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से लिखा गया कि आयोग कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को इस मामले में नोटिस जारी करेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी किया था वार
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राहुल गांधी के इस बयान को महिला विरोधी करार दिया था. जिसपर राहुल गांधी ने भी पलटवार करते हुए कहा था कि ‘‘बातों को घुमाना बंद करिए. मेरे सवाल का जवाब दीजिए कि जब आपने वास्तविक राफेल सौदे को बदला तो क्या रक्षा मंत्रालय और वायुसेना ने आपत्ति जताई थी?’’ उन्होंने पूछा, ‘‘हां? या ना?’’
शाह-सुषमा ने भी राहुल को कोसा
प्रधानमंत्री के अलावा भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज समेत अन्य पार्टी के नेताओं ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार किया. सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर लिखा कि निर्मला सीतारमण को लेकर राहुल गांधी का बयान निचले स्तर का राजनीतिक बयान है.
आखिर क्या बोले थे राहुल गांधी
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल के मुद्दे पर दिए गए निर्मला सीतारमण के बयान को असंतुष्ट बताया. राहुल ने कहा, “हमने जनता की अदालत में राफेल सौदे पर सवाल उठाया. हमने मोदी जी से आगे आकर राफेल मुद्दे पर उनका रुख स्पष्ट करने की मांग की और कहा कि कांग्रेस पार्टी अपना रुख स्पष्ट करेगी. लेकिन, आपने देखा कि 56 इंच के सीने का दावा करने वाले प्रधानमंत्री ने संसद में कदम रखने का साहस नहीं दिखाया.”
उन्होंने कहा कि सीतारमण ने ढाई घंटों तक भाषण दिया लेकिन उनकी सभी बातें बेकार हो गईं चूंकि वे एक सवाल का भी संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाईं. राहुल ने कहा, “प्रधानमंत्री जनता की अदालत से भाग गए और कहा, ‘सीतारमण जी मुझे बचाओ, मैं खुद को भी नहीं बचा सकता, आप हमें बचाओ.’ लेकिन, वे भी अपने ढाई घंटों के भाषण में उन्हें नहीं बचा सकीं.”