नयी दिल्ली। दिल्ली में बुधवार को स्वाइन फ्लू के 74 नये मामले सामने आए जिसके बाद शहर में इससे प्रभावित लोगों की संख्या बढ़कर 1093 हो गयी है। यह जानकारी स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय की एक रिपोर्ट में सामने आई हैं। शहर में एच1एन1 संक्रमणों के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली सरकार ने बुधवार को एक स्वास्थ्य परामर्श जारी किया है। इसमें स्वाइन फ्लू के दौरान क्या करें और क्या नहीं करें के बारे में बताया गया है।
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में बुधवार को स्वाइन फ्लू के 74 नये मामले सामने आए जिसके बाद शहर में इससे प्रभावित लोगों की संख्या बढ़कर 1093 हो गयी है। रिपोर्ट में बताया गया है कि मामलों में 868 वयस्क और 225 बच्चे हैं। मंगलवार को दिल्ली में इस बीमारी से एक व्यक्ति की मौत भी हुई थी और इससे पीड़ित लोगों की संख्या 1,019 थी।
सोमवार तक दिल्ली सरकार ने स्वाइन फ्लू से किसी के मरने की रिपोर्ट नहीं की थी लेकिन मंगलवार की रिपोर्ट में एक व्यक्ति के मरने की बात कही गयी है। हालांकि यहां केंद्र संचालित दो अस्पतालों में इस साल स्वाइन फ्लू से 13 लोगों के मरने की रिपोर्ट है। सफदरजंग अस्पताल में वरिष्ठ डॉक्टरों के अनुसार इस बार स्वाइन फ्लू से तीन लोगों के मरने की रिपोर्ट है जबकि आरएमएल अस्पताल में इस बीमारी से 10 लोगों के मरने की रिपोर्ट है।
अधिकारियों ने बताया कि आरएमएल अस्पताल में स्वाइन फ्लू से मरने वाले 10 मरीजों में से नौ दिल्ली से और एक व्यक्ति शहर से बाहर का था।
इल्फ्लूएंजा ए (एच1एन1) पर राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक के बाद दिल्ली सरकार ने हाल ही में कहा था कि शहर में सभी सरकारी अस्पतालों में इस बीमारी के प्रबंधन के लिये आवश्यक साजो-सामान एवं निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई किट) सहित दवाइयां उपलब्ध हैं। साथ ही एन95 मास्क भी मौजूद हैं।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘सभी अस्पतालों को वेंटिलेटर तैयार रखने और रोग से रोकथाम के लिये सूचना प्रसारित करने को कहा गया है।’’ मौसमी इल्फ्लूएंजा एच1एन1 (स्वाइन फ्लू) के लिये हिंदी और अंग्रेजी में स्वास्थ्य परामर्श तैयार किया गया है और प्रमुख अखबारों में इसका प्रकाशन किया गया है।