नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर दिए गए बयान के बाद पूर्व क्रिकेटर और पंजाब में कांग्रेस मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को हटाने की मांग तेज हो गई है. बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और अकाली दल ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से सिद्धू को तत्काल प्रभाव से कैबिनेट से बर्खास्त करने की मांग की है. पुलवामा आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के कम से कम 40 जवान शहीद हुए थे.
मसखरे सिद्धू को मंत्री पद से भी निकाला जाना चाहिए- बीजेपी
बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने एक ट्वीट कर कहा है, ‘’मसखरे सिद्धू की पाकिस्तान के प्रति आसक्ति आखिर कब तक सहन की जाए? कपिल शर्मा के शो से बाहर निकाल देना काफी नहीं है. इन्हें तो पंजाब सरकार के मंत्री पद से भी निकाला जाना चाहिए.’’
शिरोमणि अकाली दल ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से कहा कि वह पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को पार्टी से निकालें, क्योंकि उन्होंने पुलवामा आतंकवादी हमले के बावजूद पाकिस्तान से वार्ता का आह्वान किया. सिद्धू ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की ओर से किए गए ‘‘कायराना’’ हमले की निंदा तो की, लेकिन खूनखराबा खत्म करने का ‘‘स्थायी समाधान’’ तलाशने के लिए वार्ता का आह्वान किया.
बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा, ‘‘मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि क्या चुप बैठे रहेंगे….हर देशभक्त भारतीय पूछ रहा है कि राहुल उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए राजनीति से ऊपर उठेंगे कि नहीं. सिद्धू को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए.’’ अकाली नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की विश्वसनीयता की भी परीक्षा की घड़ी है.
मजीठिया ने कहा, ‘‘पंजाबी यह जानने को उत्सुक हैं कि कल विधानसभा में उन्होंने पाकिस्तानी सेना प्रमुख के एजेंटों के बारे में जो कुछ कहा वह सही है कि नहीं. यदि ऐसा है तो मुख्यमंत्री को सिद्धू को अपनी कैबिनेट से हटाने के लिए राहुल गांधी की मंजूरी का इंतजार नहीं करना चाहिए.’’
सिद्धू ने पुलवामा हमले के बाद क्या कहा था?
बता दें कि पिछले साल पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर और प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हो चुके सिद्धू ने पुलवामा हमले को लेकर कहा था, ‘‘कुछ चुनिंदा लोगों के लिए क्या आप पूरे देश को जिम्मेदार ठहरा सकते हैं और क्या आप किसी व्यक्ति को जिम्मेदार ठहरा सकते हैं?’’