नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि लोग भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से नाराज हैं और 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका लगने वाला है. आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार के कामकाज में रोड़े अटकाने के लिए लोग बीजेपी से नाराज हैं. केजरीवाल ने हिंदी में ट्वीट कर कहा, “जनता बीजेपी के सांसदों से खासी नाराज है. जनता आम आदमी की दिल्ली सरकार से बहुत खुश हैं. वहीं, जनता बीजेपी से इस बात पर भी बहुत नाराज है कि बीजेपी ने दिल्ली सरकार के कामों में रोड़े अटकाए. 2019 लोकसभा चुनावों में बीजेपी को दिल्ली में बड़ा झटका लगने वाला है.”
खैरा गुट से बातचीत के खिलाफ नहीं : केजरीवाल
उधर, आम आदमी पार्टी (आप) की पंजाब इकाई में “आपसी मतभेदों” को हल करने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि वह पार्टी के हित के लिए सुखपाल सिंह ख्रैरा के नेतृत्व वाले असंतुष्ट विधायकों के गुट से बातचीत के खिलाफ नहीं है. केजरीवाल ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ किसी गठबंधन से भी इनकार किया. उन्होंने कहा “नहीं, ऐसा नहीं होने जा रहा.”
जनता भाजपा के सांसदों से ख़ासी नाराज़ है। जनता आम आदमी की दिल्ली सरकार से बहुत ख़ुश है
वहीं जनता भाजपा से इस बात पर भी बहुत ज़्यादा नाराज़ है कि भाजपा ने दिल्ली सरकार के कामों में रोड़े अटकाए
2019 लोकसभा चुनावों में भाजपा को दिल्ली में बड़ा झटका लगने वाला है pic.twitter.com/I0NtoQUJhW
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 20, 2018
पंजाब यात्रा के दौरान आज केजरीवाल मेहल कलां में पार्टी विधायक कुलवंत सिंह के पिता के “भोग” की रस्म में शामिल हुए. इसके बाद उन्होंने सुनाम में पार्टी विधायक अमन अरोड़ा के निवास पर पंजाब में पार्टी के 11 विधायकों से अनौपचारिक मुलाकात की.
पंजाब विधानसभा के सत्र से पहले आप के विधायक दल के आह्वान पर अरोड़ा ने असंतुष्ट खेमे के विधायकों के साथ बातचीत शुरू कर दी है. पंजाब विधानसभा का सत्र 24 अगस्त से शुरू होकर 28 अगस्त तक चलेगा.
पिछले माह आप ने नेता प्रतिपक्ष के पद से खैरा को हटाकर चीमा को नियुक्त कर दिया था. पार्टी के 20 में से 8 विधायकों ने इस पर बगावत कर दी थी जिससे राज्य में पार्टी की इकाई संकट में आ गई. खैरा ने खुद को हटाए जाने के कदम को “अलोकतांत्रिक” करार दिया था.
सुनाम से विधायक अमन अरोड़ा द्वारा खैरा गुट के साथ शुरू की गई वार्ता को लेकर माना जा रहा है कि विधानसभा सत्र के दौरान पार्टी अपनी एकजुटता प्रदर्शित करना चाहती है.सत्र के दौरान बेअदबी के मुद्दे पर सदन में जस्टिस रंजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट पेश की जा सकती है.
अरोड़ा के आवास पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान केजरीवाल ने कहा”, प्रत्येक पार्टी में, हर परिवार में मुद्दे और झगड़े होते हैं. मेरा मानना है कि जो साथी नाराज हैं उन्हें मना लिया जाएगा. मैंने अपने कुछ विधायकों से उनसे मिलने को कहा है और अगर जरूरत महसूस होती है तो मैं भी उनसे बात करूंगा.”
इस सवाल पर कि आज की मुलाकात के दौरान खैरा गुट के विधायकों को क्यों नहीं बुलाया गया था, इसपर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा” आज कोई औपचारिक मुलाकात तय नहीं थी.” केजरीवाल के साथ इस दौरान दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद थे. खैरा ने भी “भोग” रस्म के दौरान केजरीवाल से दूरी बनाकर रखी.