नई दिल्ली। पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना के एयर स्ट्राइक में कितने आतंकियों की मौत हुई? इस सवाल को खूब हवा मिल रही है. क्योंकि सत्तारूढ़ बीजेपी के नेता अलग-अलग आंकड़ा देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की तारीफ कर रहे हैं. ऐसे में विपक्षी पार्टियां सरकार से आधिकारिक आंकड़ा देने की मांग कर रही है. वहीं सरकार का कहना है कि इस संबंध में विदेश सचिव साफ-साफ बयान दे चुके हैं. रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने मारे गए आतंकियों की संख्या पर कहा है कि विदेश सचिव विजय गोखले ने हवाई हमले में मरने वालों की संख्या की कोई जानकारी नहीं दी थी और केवल एक बयान दिया था जो कि सरकार का ‘पक्ष’ था.
गोखले ने पिछले 26 फरवरी को एयर स्ट्राइक के दिन कहा था कि बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविर पर अचानक किये गए असैन्य हमले में ‘बड़ी संख्या में’ आतंकवादी, प्रशिक्षक और शीर्ष कमांडर मारे गए. पुलवामा आत्मघाती हमले के बाद एयर स्ट्राइक को अंजाम देने वाली भारतीय वायु सेना ने 4 मार्च को कहा कि हताहतों की संख्या के बारे में जानकारी केंद्र सरकार देगी क्योंकि वायु सेना का काम यह देखना होता है कि निशाना लगा या नहीं.
अमित शाह
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने अहमदाबाद में पिछले दिनों एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि एयर स्ट्राइक में 250 से अधिक आतंकियों की मौत हुई. शाह के बयान के बाद से विपक्षी पार्टियां हमलावर है. बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट कर कहा, ”बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह डंका पीट रहे हैं कि वायुसेना के हमले में 250 आतंकी मारे गये हैं जबकि क्रेडिट लेने के लिये हमेशा आतुर इनके गुरु पीएम श्री मोदी पूरी तरह से चुप्पी साधे हुये हैं क्यों? आतंकी मौत के घाट उतारे गये अच्छी बात है परन्तु पीएम की लम्बी चुप्पी का रहस्य क्या है?”
विपक्ष की आलोचना का जवाब देते हुए केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को कहा कि यह एक अनुमान है और सरकार सटीक आंकड़ा दे सकती है. प्रसाद ने कहा, “बीजेपी अध्यक्ष ने एक अनुमान के मुताबिक बात कही थी. हताहतों (आतंकियों) की सटीक संख्या इससे ज्यादा हो सकती है. सरकार इसपर बोलेगी. हमें इसका अंदाजा नहीं लगाना चाहिए.”
राजनाथ सिंह
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण अड्डे पर भारतीय वायु सेना के हमले में मरे आतंकवादियों की संख्या सरकार के पास नहीं है और जो लोग इस हमले की सच्चाई पर सवाल कर रहे हैं वह सशस्त्र बलों के साहस पर राजनीति कर रहे हैं. सिंह ने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण अड्डों पर हमले के बाद मरे आतंकवादियों की संख्या किसी दिन मालूम हो जाएगी. उन्होंने दावा किया कि राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी शोध संगठन (एनटीआरओ) ने सुरक्षा प्रतिष्ठानों को सूचित किया है कि वायु सेना की बमबारी से पहले प्रशिक्षण अड्डे पर करीब 300 मोबाइल फोन ‘सक्रिय’ थे.
वीके सिंह
विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने कहा है, ‘’हमले से पहले जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के उस अड्डे पर 250 से ज्यादा आतंकियों के होने की खबर थी, क्योंकि वायुसेना के हमले में वो आतंकी कैंप पूरी तरह तबाह हो गया, इसलिए ये अनुमान लगाया जा रहा है कि वहां 250 आतंकी मारे गए हैं.’’ हालांकि वीके सिंह ने आज विपक्ष पर तंज कसा. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ”रात 3:30 बजे मच्छर बहुत थे, तो मैंने HIT मारा. अब मच्छर कितने मारे, ये गिनने बैठूं या आराम से सो जाऊं?”
राधामोहन सिंह
बिहार के मोतिहारी पहुंचे केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने पाकिस्तान के बालाकोट में 400 आतंकियों के मारे जाने का दावा किया. राधामोहन सिंह ने कहा कि पाकिस्तान ने धोखे से देश के 40 सैनिकों को शहीद कर दिया जिसके जवाब में पाकिस्तान में घुसकर 400 आतंकियों को मार गिराया गया. बीजेपी के प्रवक्ता न्यूज पेपर, टीवी डिबेट में यह दावा करते रहे हैं कि एयर स्ट्राइक में 300 से अधिक आतंकी मारे गए थे. जबकि सरकार ने आंकड़ों पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है.
आपको बता दें कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में जैश ए मोहम्मद के आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिले पर हमला कर दिया था. इस आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे. जिसके बाद वायुसेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर जैश के ठिकानों को तबाह कर दिया था.