नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र पर जोरदार प्रहार किया है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि कांग्रेस के वादों से देश को खतरा है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि हालांकि कांग्रेस ने घोषणा पत्र बनाने के लिए एक ड्राफ्टिंग कमेटी बनाई थी, लेकिन ऐसा लगता है कि घोषणा पत्र के कुछ अहम बिंदुओं को टुकड़े-टुकड़े गैंग में मौजूद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दोस्तों ने तैयार किया है. अरुण जेटली ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के मैनिफेस्टो में ऐसा एजेंडा शामिल है जो देश को तोड़ने का काम करता है.
बता दें कि अपने घोषणा पत्र में कांग्रेस ने वादा किया है कि पार्टी अगर सत्ता में आई तो सशस्त्र बलों की तैनाती की समीक्षा करेगी, इसके अलावा AFSPA की भी समीक्षा की जाएगी. कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया है कि अगर वो सत्ता में आई तो जम्मू कश्मीर पुलिस को और अधिक जम्मेदारी देगी. इसके अलावा कांग्रेस के घोषणा पत्र में देशद्रोह से जुड़े कानून धारा-124-A को भी खत्म करने की बात कही गई है.
कांग्रेस के इन वादों पर बीजेपी भड़क उठी है. अरुण जेटली ने कहा, “कांग्रेस का आज का नेतृत्व जेहादियों और माओवादियों के चंगुल में है, वो घोषणा पत्र में कह रहे हैं कि आईपीसी से सेक्शन 124-A हटा दिया जाएगा, देशद्रोह करना अब अपराध नहीं है, जो पार्टी ऐसी घोषणा करती है, वो एक भी वोट की हकदार नहीं है.” वित्त मंत्री ने कहा कि जवाहर लाल नेहरु, इंदिरा गांधी और मनमोहन सिंह ने भी इसमें बदलाव लाने की कोशिश नहीं की. जेटली ने कहा कि पिछले 72 वर्षों में भारत को आतंकवाद का सबसे ज्यादा दंश झेलना पड़ा है, लेकिन पहले जो देश कोतोड़ना चाहते थे, वे देश में कब से सक्रिय हो गए हैं?
कांग्रेस का आज का नेतृत्व जिहादियों और माओवादियों के चंगुल में है।
वो घोषणा पत्र में कह रहे हैं कि आईपीसी से सेक्शन 124-A हटा दिया जाएगा, देशद्रोह करना अब अपराध नहीं है।
जो पार्टी ऐसी घोषणा करती है, वो एक भी वोट की हकदार नहीं है: श्री अरुण जेटली #BharatBoleModiModipic.twitter.com/uhNqVfsGB3
— BJP (@BJP4India) April 2, 2019
वित्त मंत्री ने कहा कि कांग्रेस AFSPA को कमजोर करने की बात कर रही है, उनके घोषणापत्र के मुताबिक अब सेना के अधिकारी पर किसी सरकारी अनुमति के बिना ही मामला दर्ज हो पाएगा. जेटली ने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि आतंकवादियों और हार्डकोर क्रिमिनल्स को ज्यादा सेज्यादा बेल मिले और मुश्किल परिस्थितियों में जेल हो. उन्होंने कहा कि अगर इस थ्योरी का पालन किया गया तो राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर चुनौती का सामना करना होगा.