ऋषभ पंत (Rishabh Pant) अपने छोटे लेकिन प्रभावी करियर के दौरान कई मौकों से चूके हैं और उन्हें सबसे बड़ा झटका चयन समिति ने दिया जिसने इंग्लैंड में होने वाले आगामी वर्ल्ड कप (World Cup 2019) की टीम में उनके ऊपर दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) को तरजीह दी. इंग्लैंड में 2017 चैंपियन्स ट्रॉफी से पहले पंत को स्टैंडबाई रखा गया था और चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद के अनुसार पंत ने टीम में लगभग जगह बना ली थी.
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर शतक जड़ने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर पंत का दावा मजबूत था लेकिन उन्हें वर्ल्ड कप टीम में शामिल नहीं किया गया. प्रसाद ने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर इस मामले पर हमने विस्तृत चर्चा की. संयुक्त रूप से हमने महसूस किया कि डीके (दिनेश कार्तिक) या पंत को प्लेइंग इलेवन में तभी मौका मिलेगा जब माही (महेंद्र सिंह धोनी) चोटिल होगा. उस स्थिति में अगर यह महत्वपूर्ण मैच होगा तो, क्वार्टर फाइनल या सेमीफाइनल, तो इसमें विकेटकीपिंग भी मायने रखती है.’’ प्रसाद की इस टिप्पणी से पता चलता है कि चयन समिति पंत की विकेटकीपिंग के बारे में क्या सोचती है.
भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज प्रसाद ने कहा, ‘‘सिर्फ यही कारण है कि हमने दिनेश कार्तिक को चुना वरना पंत ने टीम में लगभग जगह बना ली थी और वह दुर्भाग्यशाली रहा कि टीम में नहीं चुना गया. पंत में काफी प्रतिभा है.’’
आक्रामक बल्लेबाज पंत अपनी बल्लेबाजी से किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त करने में सक्षम हैं. उन्होंने ढाका में 2016 अंडर 19 विश्व कप में अपनी बड़े शाट खेलने की क्षमता का नजारा पेश किया और 12 महीने के बाद इंग्लैंड के खिलाफ टी20 के साथ भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया.
पंत की प्रतिभा पर सवाल नहीं उठाया जा सकता लेकिन मौके गंवाने के लिए उनकी आलोचना होती रही है. उन्होंने इस पहलू पर हालांकि सुधार किया है लेकिन वह फिलहाल विश्व कप के लिए चयनकर्ताओं को प्रभावित नहीं कर पाए.