बीते दिनों तिरंगा टीवी के कुछ पूर्व कर्मचारियों के नौकरी से निकाले जाने वाले दावे के बाद कपिल सिब्बल सोशल मीडिया पर सवालों के घेरे में आ गए थे। पूर्व कर्मचारियों का आरोप था कि कपिल सिब्बल के तिरंगा चैनल ने उन्हें बिना किसी पूर्व सूचना के, बिना कम्पंशेटरी सैलरी दिए नौकरी से निकाल दिया है। जिस कारण इन लोगों ने सोशल मीडिया पर कपिल सिब्बल से इंसाफ़ की गुहार भी लगाई। लेकिन लगता है कि कपिल सिब्बल के कानों में इसकी जूँ तक नहीं रेंगी। तभी तो मीडिया जगत की ‘वरिष्ठ’ पत्रकार और तिरंगा टीवी की मुख्य चेहरा रह चुकीं बरखा दत्त भी आज इन कर्मचारियों की ही भाषा बोलने लगीं।
अपने ट्विट्स के जरिए बरखा दत्त ने आज सोशल मीडिया पर कपिल सिब्बल और उनकी पत्नी की हकीकत को खोल कर रख दिया। बरखा दत्त ने अपने ट्विटर पर कपिल सिब्बल को निशाना बनाते हुए लिखा कि वे और उनकी पत्नी द्वारा चलाए जा रहे तिरंगा टीवी में भयावह स्थिति है। यहाँ 200 से ज्यादा कर्मचारियों को बिना 6 महीने की सैलरी दिए निकाल दिया गया है। उनका कपिल सिब्बल को लेकर कहना है कि एक व्यक्ति जो जनता के बीच में खुद को बिलकुल साफ़ दिखाता है, वो पत्रकारों के साथ घिनौना बर्ताव कर रहा है।
बरखा के ट्वीट में उन्होंने बताया कि तिरंगा टीवी में काम करने वाले अधिकतर लोग यहाँ अच्छी नौकरी के ऑफर ठुकराकर या फिर जमी-जमाई नौकरी छोड़कर आए थे, सिर्फ़ इसलिए क्योंकि कपिल सिब्बल ने आश्वासन दिया था कि चैनल को कम से कम 2 साल तक चलाया जाएगा। लेकिन जब कर्मचारियों को निकाला गया तो न कपिल सिब्बल ने स्टाफ से बात की और न ही उनकी पत्नी ने। बल्कि सभी लाइव प्रोग्रामिंग को 48 घंटों के लिए रद्द कर दिया गया।
कपिल सिब्बल की पत्नी के रवैये को बरखा ने आधार बनाकर कहा कि मीट फैक्टरी चलाने वाली कपिल सिब्बल की पत्नी तिरंगा TV के ऑफिस में चिल्लाकर कहती थीं कि उन्होंने मजदूरों को एक पैसा दिए बिना फैक्टरी बंद कर दी थी तो ये पत्रकार कौन होते हैं 6 महीने की सैलरी माँगने वाले!
बरखा ने इस मामले को शर्मनाक बताते हुए लिखा है कि कपिल सिब्बल हर दिन करोड़ो रुपए कमाते हैं, लेकिन कंपनी नॉर्म के मुताबिक वो 200 कर्मचारियों को उनका 6 या फिर कम से कम 3 महीने का वेतन नहीं दे सकते हैं। वह 200 से अधिक जिंदगियों को बर्बाद कर रहे हैं।
‘वरिष्ठ’ महिला पत्रकार बरखा का कहना है कि कपिल सिब्बल और उनकी पत्नी कर्मचारियों से चैनल के ठप्प हो जाने के पीछे प्रधानमंत्री मोदी को वजह बताते हैं। जबकि ये बिलकुल झूठ है, भारत सरकार ने कुछ नहीं किया है। इन पति-पत्नी ने स्टाफ़ से मिलने की कोशिश तक नहीं की और चैनल बंद करके लंदन चले गए, जिस कारण मैं इन्हें माल्या बुलाने पर मजबूर हूँ।
अपने ट्वीट में बरखा ने ये भी बताया है, “स्टाफ के अधिकारों के लिए लड़ने पर मुझे मानहानि की धमकी दी गई और कपिल सिब्बल की तुलना माल्या से करने पर मुझे ‘मेरे ईमेल वापस लेने’ का भी आदेश दिया गया है, लेकिन मैंने इससे मना कर दिया है। मै तिरंगा टीवी के पत्रकारों के समर्थन में हूँ और उन्हें कानूनी रूप से लड़ने में मदद करूँगी।”
अपने ट्वीट में बरखा ने इस बात की भी जानकारी दी है कि कपिल सिब्बल की पत्नी महिला कर्मचारियों को “कुतिया” या “बिच” बुलाती थीं। इस संबंध में उन्होंने महिला आयोग को भी टैग कर उनका ध्यान इस बात पर दिलाया है। साथ ही इतनी घिनौनी बात को साबित करने के लिए यह भी कहा है कि इस संबंध में उनके पास हस्ताक्षर किए हुए हलफनामे भी हैं।
गौरतलब है कि बरखा ने कपिल सिब्बल और उनकी पत्नी से जुड़ी हकीकतों को पर्दाफाश करने के साथ-साथ अपने ट्वीट के जरिए मीडिया से संबंधी लोगों से कपिल सिब्बल के ख़िलाफ़ आवाज उठाने की माँग की है ताकि उन कर्मचारियों को इंसाफ़ मिल सके, जिन्हें सिर्फ एक महीने की सैलरी देकर संस्थान से निकाल दिया गया।