नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी में किसी भी नेतृत्व संकट से इंकार करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि राहुल गांधी अभी भी पार्टी के कप्तान हैं और भविष्य में भी रहेंगे.
गहलोत ने यहां पार्टी मुख्यालय में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, “राहुल पार्टी के कप्तान हैं और आगे भी रहेंगे. मैंने पिछले महीने यहां पार्टी कार्यालय पर प्रदर्शन के दौरान भी यही कहा था.”
उन्होंने राहुल गांधी के पद छोड़ने के बाद कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) के नए अध्यक्ष की नियुक्ति के फैसले पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया. राहुल ने पिछले महीने अपना त्याग पत्र सार्वजनिक किया था. राहुल के समर्थन में गहलोत ने कहा, “उनके पास भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला करने की हिम्मत है.”
उन्होंने कहा, “जो कोई भी ऊंचाई हासिल करता है वह एक दिन गिरता भी है और यही बात भाजपा के साथ भी होगी. उन्होंने ऊंचाई हासिल कर ली है, लेकिन अब अगर वे अपने चुनावी वादों को पूरा नहीं करते हैं तो लोग जल्द ही उनकी उपेक्षा करने लगेंगे.”
कर्नाटक सरकार के भाग्य के बारे में पूछे गए सवाल पर गलहोत ने कहा, “लोकतंत्र में लोग सर्वोच्च हैं और जो भी निर्णय होगा, उसे स्वीकार किया जाएगा.”
उन्होंने कहा कि तेलंगाना और गोवा में जो कुछ भी हुआ वह वर्तमान में कर्नाटक में दोहराया जा रहा है. गहलोत के मुताबिक, कांग्रेस के विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल करने से भाजपा को दीर्घकालीन नुकसान होगा.
कर्नाटक में 14 महीने पुरानी कांग्रेस व जनता दल सेक्युलर (जद-एस) गठबंधन सरकार में संकट के मद्देनजर पार्टी में मौजूदा नेतृत्व के मुद्दों पर पूछे जाने पर गहलोत ने कहा, “पार्टी में कोई नेतृत्व संकट नहीं है. जल्द ही सीडब्ल्यूसी अगले पार्टी प्रमुख पर फैसला करेगी.”