नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा का पार्टी अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है. उनके नाम की घोषणा 20 जनवरी को पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह करेंगे. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए 19 जनवरी को नामांकन किया जाएगा. फिलहाल अभी नए अध्यक्ष के लिए चुनाव की प्रक्रिया चल रही है.
पार्टी संविधान के अनुसार, 50 फीसदी से ज्यादा राज्यों में संगठन का चुनाव हो जाने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होता है. सभी राज्यों में संगठन के चुनाव चल रहे हैं और 18 जनवरी तक 80 प्रतिशत तक राज्यों में संगठन के चुनाव संपन्न हो जाएंगे.
बीजेपी के राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह अगले दो से तीन दिन में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की तारीख की घोषणा करेंगे. हालांकि ये तय माना जा रहा है कि वर्तमान कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए नामांकन करेंगे.
20 जनवरी को नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर जे पी नड्डा के नाम की घोषणा हो जाएगी. सूत्रों के अनुसार, पीएम नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्रियों के अलावा कई प्रदेशों के अध्यक्ष जेपी नड्डा के प्रस्तावक होंगे.
20 जनवरी को BJP के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की होगी घोषणा
कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा का बीजेपी अध्यक्ष बनना तय
जनवरी में समाप्त हुआ था अमित शाह का कार्यकाल
गौरतलब है कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का कार्यकाल पिछली जनवरी में ही समाप्त हो गया था. लोकसभा चुनाव को करीब देख अमित शाह से पद पर बने रहने को कहा गया था. आम चुनाव और इसके बाद शाह के बतौर गृह मंत्री मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद जेपी नड्डा कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए थे . अब चर्चा है कि जेपी नड्डा ही पार्टी के अगले अध्यक्ष होंगे. वह फरवरी में पार्टी की बागडोर संभाल सकते हैं.
जेपी नड्डा छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय हैं. वे छात्र जीवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े और संगठन में अलग-अलग पदों पर भी रहे. नड्डा पहली बार साल 1993 में हिमाचल प्रदेश की विधानसभा के सदस्य चुने गए थे. इसके बाद वे प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे और सांसद रहते केंद्र सरकार में भी मंत्री बने.
नड्डा मोदी सरकार में भी स्वास्थ्य जैसा महत्वपूर्ण विभाग संभाल चुके हैं. अमित शाह के मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद उन्हें पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया और अमित शाह राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर बने रहे, लेकिन कई राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में अपना पुराना प्रदर्शन बरकरार नहीं रख पाई.
जेपी नड्डा पर होगी बड़ी जिम्मेदार
बीजेपी को हाल ही में हुए झारखंड के विधानसभा चुनाव में हार मिली, वहीं महाराष्ट्र की सत्ता भी हाथ से फिसल गई. हरियाणा में भी पार्टी को सीटों का नुकसान उठाना पड़ा और जोड़- तोड़ कर सरकार बनी. पार्टी के प्रदर्शन में आई इस गिरावट के पीछे पूर्णकालिक अध्यक्ष की कमी और अमित शाह का ध्यान मंत्रिपरिषद की जिम्मेदारी की ओर बंट जाने को भी वजह माना जाता रहा है. ऐसे में जब जेपी नड्डा पूर्ण कालिक अध्यक्ष के तौर पर काम करेंगे तो पार्टी के प्रदर्शन के बेहतर होने की उम्मीद जताई जा रही है.