कर्नाटक में कांग्रेस के विधायक श्रीनिवास मूर्ति कहते हैं कि यह चमत्कार ही है कि वह जिंदा हैं। हाथ में कुल्हाड़ी, तलवार और पेट्रोल बम लिए उग्र भीड़ ने मंगलवार रात उनके घर पर हमला किया। उपद्रवियों ने उनके घर में जमकर लूटपाट की और फिर सामानों में आग लगाकर सबकुछ तहस नहस कर दिया।
विधायक श्रीनिवास मूर्ति ने दावा किया है कि यह हमला पूरी तरह नियोचित था। बुधवार दोपहर विधानसभा में राज्य के राजस्व मंत्री आर अशोक से मुलाकात के दौरान उन्होंने घटना की जांच सीबीआई या सीबी-सीआईडी से कराने की मांग की है। मूर्ति ने पत्रकारों से कहा, ”यह चमत्कार है कि मैं जिंदा हूं। जब यह घटना हुई मैं बाहर था। इलाके के कुछ शुभचिंतकों ने मुझे सतर्क कर दिया और इसलिए मैं बचकर निकलने में कामयाब रहा। वरना मुझे नहीं लगता कि आज मैं जिंदा होता।”
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि हमला पहले से पूरी तरह प्लान किया गया था। उन्होंने बताया कि हाथों में लाठी, तलवार, कुल्हाड़ी और पेट्रोल बम लिए भीड़ ने घर में उपद्रव मचाया। उन्होंने गहने और अन्य कीमती सामान लूट लिए। मूर्ति ने कहा, ”यदि एक विधायक को सुरक्षा नहीं मिल सकती है तो कौन सुरक्षित रह सकते हैं।?”
यह सारा मामला श्रीनिवास मूर्ति के भतीजे द्वारा लिखे गए एक विवादित फेसबुक पोस्ट के बाद शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर पैगंबर का अपमान किया था। पोस्ट वायरल होने के बाद राजथानी के डीजे हल्ली और केजे हल्ली इलाके में उपद्रवियों ने जमकर हिंसा की। इस दौरान कम से कम तीन लोग मारे गए और 100 से अधिक घायल हुए, जिनमें 60 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
भीड़ ने विधायक के घर पर भी हमला किया। इस दौरान उनके घर को पूरी तरह बर्बाद कर दिया गया, कीमती सामान लूट लिए गए और बाकी में आग लगा दी गई। कांग्रेस विधायक ने कहा कि स्थिति और अधिक खराब होती यदि पुलिस समय पर नहीं पहुंच जाती। मूर्ति ने कहा, ”पुलिस के समय पर आ जाने की वजह से वे मेरे घर में गैस सिलेंडर में आग नहीं लगा पाए, लेकिन तब तक उन्होंने सबकुछ लूट लिया था।”
पूरे शहर में धारा 144 लगा दी गई है और 169 लोगों को अभी तक गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने विधायक के रिश्तेदार नवीन को भी गिरफ्तार किया है, जो फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट लिखने का आरोपी है। कांग्रेस एमएलए ने कहा कि पिछले 10 साल से उनका भतीजे के साथ अलगाव है और उन्हें उसके काम से कोई मतलब नहीं है।