हैदराबाद। टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा मैच भी तीसरे दिन ही जीत लिया. इस मैच में दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक लग रहा था कि मैच पांच दिन तक खिंच सकता है लेकिन तीसरे दिन 16 विकेट जल्दी गिरे और नतीजा तीसरे दिन ही निकल आया. पहले वेस्टइंडीज ने टीम इंडिया को दूसरे दिन के 4 विकेट पर 308 रन के स्कोर के बाद केवल 367 रनों पर रोका लेकिन टीम इंडिया ने मेहमान टीम की दूसरी पारी 127 रनों पर ही समेट कर अपनी जीत पक्की कर ली जिसके बाद जीत के लिए जरूरी 72 रन टीम इंडिया की सलामी जोड़ी पृथ्वी शॉ और केएल राहुल ने 16.1 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया और टीम को 10 विकेट से जीत दिला दी.
होल्डर ने भारत को बड़ा स्कोर बनाने से रोका
तीसरे दिन दोनों ही टीमें मैच में बराबरी पर थी जब वेस्टइंडीज ने कप्तान जेसन होल्डर की गेंदबाजी के दम पर टीम इंडिया को 367 रन रोक दिया. भारत के लिए रहाणे 80 रन और ऋषभ पंत 85 रन बनाकर आउट हुए लेकिन सबसे बड़ा आकर्षण अश्विन की 30 रनों की पारी और उनकी शार्दुल ठाकुर के साथ आखिरी विकेट के लिए 28 रनों की साझेदारी रही. शार्दुल ग्रोइन की चोट के बावजूद मैदान पर बल्लेबाजी करने आए जिससे टीम इंडिया को 56 रनों अहम बढ़त मिल सकी.
वेस्टइंडीज की दूसरी पारी में भारतीय गेंदबाज चमके
वेस्टइंडीज की दूसरी पारी की शुरुआत खराब रही. पहला विकेट शून्य पर उमेश ने गिराया फिर अश्विन ने चौथे ओवर में दूसरा विकेट गिरा दिया. वेस्टइंडीज के 6 रन पर दो विकेट थे. इसके बाद शाई होप और हेटमयोर ने टीम का स्कोर 45 रन किया जहां दोनों ही एक के बाद एक जडेजा और कुलदीप यादव के शिकार बने. इसके बाद पहली पारी के शतकवीर रोस्टन चेस और शॉन डॉवरिच भी जल्दी ही आउट हो गए. यहां से सुनील एम्ब्रिस ने कप्तान होल्डर के साथ टीम का स्कोर 100 के पार तो किया लेकिन दोनों के जडेजा के हाथों आउट होते ही औपचारिकता अश्विन और उमेश ने पूरी कर ली. उमेश ने चार विकेट लेकर मैच में अपने 10 विकेट पूरे कर लिए. जडेजा ने पारी में तीन और कुलदीप अश्विन ने एक-एक विकेट लिया.
राजकोट टेस्ट में तीसरे ही दिन बड़ी जीत हासिल करने के बाद टीम इंडिया के पास हैदराबाद में उसे दोहराने का नैतिक दबाव था. लेकिन मैच के पहले दिन ही जब मेहमान टीम ने अपनी पहली पारी में 7 विकेट खोकर 295 रन बना लिए तो लगने लगा था कि टीम इंडिया के लिए यह मैच उतना आसान नहीं होगा. वेस्टइंडीज की पारी में रोस्टन चेस ने 98 रन नाबाद रन बनाए. उनके अलावा कप्तान जेसन होल्डर ने भी शानदार अर्द्धशतकीय पारी खेली.
वेस्टइंडीज की बढ़िया शुरुआत
इस मैच से पहले माना जा रहा था कि वेस्टइंडीज की टीम की गेंदबाजी मजबूत हुई है, लेकिन मेहमान टीम की गेंदबाजी की परीक्षा हो पाती उससे पहले उनके बल्लेबाजों ने पहले दिन काफी बढ़िया जुझारूपन दिखाया. वेस्टइंडीज की शुरुआत बढ़िया रही जब पहले 10 ओवर तक क्रैग ब्रैथवेड ने केरन पावेल के साथ महत्वपूर्ण 32 रन जोड़े और लंच तक वेस्टइंडीज के दो विकेट पर 82 रन बने.
दूसरे सत्र में तीन झटकों के बाद वेस्टइंडीज की वापसी
लंच के बाद दूसरे सत्र में लगा कि अब टीम इंडिया के गेंदबाजों ने वापसी की जल्दी ही वेस्टइंडीज के तीन विकेट गिर गए जब उमेश ने शाई होप को, कुलदीप यादव ने शिमरोन हेटमायेर और सुनील एम्ब्रीस को आउट कर दिया. उसके बाद रोस्टन चेस ने शॉन डॉवरिच के साथ मिलकर 69 रनों की साझेदारी कर वेस्टइंडीज की वापसी कराई. तीसरे सत्र में चेस और कप्तान होल्डर ने शतकीय साझेदारी की जिसमें होल्डर ने भी अपना अर्द्धशतक पूरा किया. होल्डर के आउट होने के बाद रोस्टन चेस ने देवेंद्र बिशु के साथ मिलकर दिन का खेल खत्म होने तक टीम का स्कोर 295 रनों तक पहंचा दिया. चेस ने 98 रनों की नाबाद पारी खेली.
शार्दुल ठाकुर की चोट होने से उमेश पर आया तेज गेंदबाजी का भार
भारत के लिए शार्दुल ठाकुर जब अपना दूसरा ओवर (पारी का चौथा) डाल रहे थे तो उनके ग्रोइन की चोट की वजह से उन्हें मैदान छोड़कर जाना पड़ा. आर अश्विन ने ठाकुर का ओवर पूरा किया. ठाकुर केवल 10 गेंद ही फेंक सके.
दूसरे दिन टीम इंडिया के बल्लेबाजी वेस्टइंडीज के 311 रन के जवाब में टीम इंडिया ने केवल 4 विकेट खोकर 308 रन बना लिए थे. पहले दो सत्रों में टीम इंडिया राजकोट टेस्ट की कहानी तो दूर एक मजबूत जवाब देती भी नजर नहीं आई लेकिन दिन का खेल खत्म होने तक रहाणे 75 और ऋषभ पंत 85 रन बनाकर खेल रहे थे. दोनों ने 146 रनों की साझेदारी की. इस तरह टीम इंडिया की स्थिति मैच में काफी मजबूत हो गई है. अब मैच का रुख काफी कुछ तीसरे दिन के खेल पर निर्भर करता है.
टीम इंडिया की तेज शुरुआत
पहले सत्र में पृथ्वी शॉ ने तेज शुरुआत की और अपना अर्धशतक पूरा किया, लेकिन दूसरे सत्र में शॉ और पुजारा के आउट होने के बाद कप्तान विराट ने रहाणे के साथ पारी को संभालने की कोशिश की. जल्दी है विराट कोहली आउट होगए और चाय तक टीम इंडिया को 178 रन बन सके और दबाव भारत पर आ गया. तीसरे सत्र में रहाणे और ऋषभ पंत ने अपने विकेट बचाते हुए टीम का स्कोर 308 कर दोनों टीमों के स्कोर का अंतर केवल 3 रन पर ला दिया.