नई दिल्ली। दिल्ली में हुए एक दोहरे हत्याकांड की परत अब जाकर खुली है, जब पुलिस ने 3 आरोपितों को गिरफ्तार कर के उनसे पूछताछ की। नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली जिले की पुलिस ने जावेद चिकना, साहेबजान और जहाँ सैफ अली को गिरफ्तार किया। 22 वर्षीय जहाँ सैफ अली दिल्ली के न्यू मुस्तफाबाद का रहने वाला है। तीनों ने बताया है कि दोहरे हत्याकांड को अंजाम देकर वो अजमेर, मेरठ और रुड़की में छिपते फिर रहे थे।
ये घटना शनिवार (सितम्बर 12, 2020) की है, जब मूँगा नगर स्थित संजय चौक पर बन्दूक से फायरिंग की सूचना दयालपुर थाने की पुलिस को फोन से मिली। पुलिस घटनास्थल पर जब एक इमारत की पहली मंजिल पर स्थित एक फ्लैट में पहुँचे तो उन्होंने देखा कि जहाँ एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है, वहीं दूसरा गोली लगने से गंभीर रूप से घायल है। मृतक की पहचान मुस्तफाबाद के फ़ारूक़ अहमद के रूप में हुई थी।
इसके कुछ ही देर बाद नेहरू विहार की एक गली से फायरिंग की सूचना आई। जब पुलिस वहाँ पहुँची तो उसने पाया कि अब्दुल हमीद नामक व्यक्ति मृत पड़ा हुआ था। इन मामलों में दो एफआईआर दर्ज कर के पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। जाँच के दौरान पुलिस ने आसपास के लोगों के बयान दर्ज किए और सीसीटीवी फुटेजों को खँगाला। आरोपित जावेद चिकना और उसके एक साथी की पहचान होने के बाद पुलिस ने अपने मुखबिरों को मुस्तैद कर तलाश के लिए टीमें गठित की।
सितम्बर 19 को पुलिस को सूचना मिली कि तीनों आरोपित दिल्ली से किसी अनजान जगह पर छुपने जा रहे हैं। पुलिस को उनका कार नंबर भी मिल गया। पुलिस ने जाल बिछाया और तीनों आरोपित धरे गए। साथ ही उक्त कार को भी जब्त कर लिया गया। पूछताछ में तीनों आरोपितों ने दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने की बात कबूल की और व्यक्तिगत दुश्मनी को इसकी वजह बताया।
चिकना और साहेबजान की मृतकों से एक महिला की शादी को लेकर दुश्मनी हुई थी, जिसमें वो किसी और पक्ष का समर्थन कर रहे थे। साथ ही संपत्ति और वित्तीय विवाद भी थे, जिनके कारण तीनों ने इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया। फज्जी सहित अन्य आरोपितों ने इस मामले में उसकी मदद की। दो ऑटोमेटिक पिस्टल और एक देशी रिवॉल्वर को जब्त किया है। एक आरोपित अभी भी फरार है, जिसे गिरफ्तार करने के लिए तलाश जारी है।