सोशल मीडिया यूट्यूब ने कवि और गीतकार मनोज मुंतशिर के उस वीडियो को अपने प्लेटफॉर्म पर से हटा दिया है, जिसमें उन्होंने मुगल बर्बरता का खुलासा किया और बताया कि कैसे हम भारतीयों ने अपनी विरासत के साथ हुई छेड़छाड़ को आसानी से स्वीकार कर लिया। हालाँकि, इस वीडियो को हटाने के पीछे कॉपीराइट का आरोप लगाया गया है। मनोज मुंतशिर ने इस आरोप को आधारहीन बताया है।
एक यूजर द्वारा इस वीडियो के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “कुछ लोगों को चुभने वाली आवाज को नुकसान पहुँचाना कोई नई प्रथा नहीं है। इसकी पहुँच को कम करने के लिए ‘आप किस वंशज हैं’ के खिलाफ एक निराधार कॉपीराइट दावा किया जाता है। हमने दावे को चुनौती दी है। वीडियो जल्द वापस आना चाहिए। समर्थन के लिए आप सभी को धन्यवाद।”
It’s not a new practise to sabotage a voice which makes some people uncomfortable. A baseless copyright claim is raised against ‘Aap Kiske Vanshaj Hain’ to curtail its reach. We have challenged the claim. The video should be back soon. Thanks to each one of you for the support. https://t.co/bOcPPsCizL
— Manoj Muntashir (@manojmuntashir) September 9, 2021
मनोज मुंतशिर के इस ट्वीट पर अन्य लोगों ने भी अपनी प्रतिक्रियाएँ दी है।
हैरानी और परेशानी होती है ये देख के हिंदू आज भी एकजुट नहीं है । आज भी बहुत से लोग सच बोलना और सुन ना पसंद नहीं करते ।वो चाहते हैं की आने वाली नस्ल भी सेक्युलरिज़म की ग़ुलाम रहे और हम ” अकबर दी ग्रेट ” के गुण गाते रहें ।अफ़सोस की आज भी नींद में रहना चाहता है हिंदू 🤦🏻
— Beyond Moksha (@beyond_moksha) September 9, 2021
एक यूजर ने लिखा, “हैरानी और परेशानी होती है ये देख के हिंदू आज भी एकजुट नहीं है। आज भी बहुत से लोग सच बोलना और सुनना पसंद नहीं करते। वो चाहते हैं कि आने वाली नस्ल भी सेक्युलरिज़म की ग़ुलाम रहे और हम “अकबर दी ग्रेट” के गुण गाते रहें। अफ़सोस कि आज भी नींद में रहना चाहता है हिंदू।”
Sir it is a part of Dismantling Global Hindutva ,University of Toronto is initiating this program to demoralize hindus around the world . The whole idea is to weaken Modi as PM . If Hindus unite BJp will keep winning in coming elections n India will become Super Power.
— Beyond Moksha (@beyond_moksha) September 9, 2021
एक दूसरे यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, “यह वैश्विक हिंदुत्व को खत्म करने का एक हिस्सा है। टोरंटो विश्वविद्यालय दुनिया भर के हिंदुओं को हतोत्साहित करने के लिए इस कार्यक्रम की शुरुआत कर रहा है। मोदी को पीएम के रूप में कमजोर करने का विचार है। हिंदुओं को एकजुट करने के लिए बीजेपी आने वाले चुनावों में जीतती रहेगी और भारत सुपर पावर बन जाएगा। इसलिए हिंदू आवाजों को दबाया जा रहा है।”
उन गद्दारों में भगदड मच गई है,जिनकी परदादियों-पर नारियों के साथ मुगल लुटेरों ने रातें रंगीन की थी! @nair_hena08 @ShriPrakashAw14 @narad_narayan @Javedakhtarjadu @khanumarfa @_sabanaqvi @hammerving @Parv09_Official @RADHA_83 @AjitsinhJagirda @paramsoul @Rajeevakhare
— जयहिंद!! (@SBAABS12) September 9, 2021
एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा, “उन गद्दारों में भगदड़ मच गई है, जिनकी परदादियों पर नारियों के साथ मुगल लुटेरों ने रातें रंगीन की थी।” इस ट्वीट में यूजर ने सबा नकवी और आरफा खानम शेरवानी समेत कई लिबरलों को टैग किया है।
You will find such kind of people everywhere who doesn’t like someone who is saying the truth. They search for a way to bend you down. We know that these people have raised a complaint on your video. But, they don’t know that they can’t bend you down.Loveyou @manojmuntashir sir.
— Rohit Mane (@RohitMane2997) September 9, 2021
रोहित माने लिखते हैं, “आपको हर जगह ऐसे लोग मिल जाएँगे जो सच बोलने वाले को पसंद नहीं करते। वे आपको झुकाने का रास्ता खोजते हैं। हम जानते हैं कि इन लोगों ने आपके वीडियो पर शिकायत की है। लेकिन, वे नहीं जानते कि वे तुम्हें झुका नहीं सकते। लव यू।”
गौरतलब है कि कवि द्वारा शेयर किए गए वीडियो की एक क्लिप में वह यह पूछते हुए दिखाई दे रहे थे कि हम भारतीय अपनी विरासत की विकृति को कैसे स्वीकार कर सकते हैं। उन्होंने पूछा कि हजारों भारतीयों को मारने वाले आक्रमणकारियों और लुटेरों को नायक के रूप में कैसे दिखाया जा सकता है। उन्होंने मुगलों की ‘महिमामंडित डकैतों’ (‘glorified dacoits’) के रूप में आलोचना की। उन्होंने लोगों से अपनी विरासत को पहचानने और बर्बर एवं लुटेरों को नायकों के रूप में महिमामंडित करने से बचने के लिए कहा। मनोज मुंतशिर ने अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किए गए वीडियो में उन्होंने धर्म, जाति और अन्य बाधाओं से परे नायकों को चुनने की बात की।
इस वीडियो के पोस्ट होने के बाद कई लिबरल और कट्टरपंथी नाराज हो गए। सबने मुंतशिर को मुगलों की बर्बरता के ख़िलाफ़ बोलने के लिए सुनाया। इसमें एक आरजे सायमा भी थीं। उन्होंने ट्वीट करते हुए मुंतशिर को ‘कट्टर’ कहा और बताया कि कट्टरता का शिक्षा से कोई लेना-देना नहीं होता। सायमा ने लिखा, “अगर आप साक्षर हैं और कट्टर हैं तो ये बहुत घातक कॉकटेल है।” इसके बाद एक अन्य ट्वीट में सायमा ने बस इतना लिखा, “बात उनसे कीजिए जो सुनने को तैयार हों, न कि उनसे जो सुनाने को आतुर हों।”