ऑस्ट्रेलिया टीम पिछले कुछ महीनों में लगातार गिर रहे अपने खेल के स्तर के कारण टेस्ट में पांचवे और वनडे में छठे स्थान पर आ गई है. एक वक्त था जब ऑस्ट्रेलियाई टीम की विश्व क्रिकेट में तूती बोलती थी. लेकिन आज उन्हें अपने घर में मात खानी पड़ रही है.
इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण सभी क्रिकेट जानकार बॉल टेम्परिंग विवाद को मान रहे हैं. जिसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम का विश्वास डिगा और स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर जैसे खिलाड़ियों पर एक साल का प्रतिबंध भी लग गया.
अब ऑस्ट्रेलियाई टीम के प्रदर्शन को सुधारने के लिए खुद ऑस्ट्रेलिया में से आवाज़ें उठने लगी हैं कि स्मिथ और वॉर्नर का बैन खत्म कर दिया जाए. स्मिथ-वॉर्नर अपने एक साल के बैन में से आठ महीने पूरे कर चुके हैं जबकि बैनक्रॉफ्ट का बैन दिसम्बर पर खत्म होने जा रहा है.
खुद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने भी कहा है कि आखिरी बार इस फैसले पर विचार कर रहा है कि क्या स्मिथ और वॉर्नर को वक्त से पहले बैन हटाकर फिर से मौका देना चाहिए.
लेकिन आस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज मिशेल जॉनसन का इससे बिल्कुल उल्ट मानना है. जॉनसन ने कहा कि स्टीव स्मिथ, डेविड वार्नर और कैमरन बैनक्राफ्ट पर गेंद से छेड़छाड़ करने के लिये लगा प्रतिबंध बरकरार रहना चाहिए क्योंकि इन्होंने बोर्ड की सजा को चुनौती नहीं दी है.
आस्ट्रेलियाई क्रिकेट इस समय विकट स्थिति से गुजर रहा है और उसे हाल में कई मैचों में हार का सामना करना पड़ा जिससे स्मिथ और वार्नर को टीम में वापस लेने की मांग उठती जा रही है.
दक्षिण अफ्रीका में गेंद से छेड़छाड़ के मामले में तत्कालीन कप्तान स्मिथ और वार्नर पर एक एक साल जबकि बैनक्राफ्ट पर नौ महीने का प्रतिबंध लगा है. जॉनसन हालांकि इन पर से प्रतिबंध हटाने के खिलाफ हैं.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘तीनों खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगा है. इसलिए इसका मतलब यह है कि अगर स्मिथ और वार्नर पर से प्रतिबंध हटता है तो कैमरन बैनक्राफ्ट का भी प्रतिबंध भी उतना ही कम होगा. इन सभी ने प्रतिबंध को स्वीकार किया है और इसके खिलाफ आवाज नहीं उठायी इसलिए मेरा मानना है कि प्रतिबंध बरकरार रहना चाहिए.’’