“उसका विकेट मिलने तक देर हो चुकी थी”, रोहित शर्मा ने बताया हाथ से कब फिसली बाजी, गेंदबाजों को ठहराया हार का दोषी

रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की कप्तानी में भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज का पहला मुकाबला हार गई। शानदार बल्लेबाजी करने के बाद भी टीम इस मैच को जीतने में बुरी तरह से असफल रही। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते 209 रनों का पहाड़नुमा टारगेट कंगारू टीम को दिया, जिस टीम हासिल करने में सफल रही। परिणामस्वरूप ऑस्ट्रेलियाई टीम के नाम 4 विकेट से जीत दर्ज हुई। इस मैच में मिली हार के बाद टीम के कप्तान रोहित शर्मा निराश नजर आए।

रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली हार के बाद आए निराश नजर

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम के बल्लेबाजो ने भले ही अच्छा प्रदर्शन किया हो, लेकिन टीम के गेंदबाज टारगेट को डिफ़ेंड करने में बुरी तरह से फेल हुए। इसके अलावा टीम फील्डिंग में भी खराब नजर आई। टीम ने कंगारू बल्लेबाजों के तीन अहम कैच छोड़े। ऐसे प्रदर्शन के बाद भारत को हार का सामना करना पड़ा। इस शर्मनाक हार के बाद हिटमैन (Rohit Sharma) ने मैच प्रेज़न्टैशन के दौरान बातचीत करते हुए कहा,

“हमने अच्‍छी गेंदबाजी नहीं की, हमने स्‍कोर अच्‍छा खड़ा किया था, लेकिन गेंदबाजों ने सही जगह पर गेंदबाजी नहीं की और ऐसा होता है जिस पर हमें देखने की जरूरत है। हम देखेंगे और आने वाले मैच में उसको सुधारने की कोशिश करेंगे। जब हम मोहाली आए तो जानते थे कि बड़ा स्‍कोर का मैच होने वाला है। हम रिलेक्‍स नहीं रहना चाहते थे।”

रोहित शर्मा ने की हार्दिक पांड्या की तारीफ

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या ने बल्ले से बहुत ही शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने टीम के लिए ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 30 गेंदों पर 71 रन बनाए। जिसके बाद रोहित (Rohit Sharma) ने उनकी तारीफ करते हुए कहा,

“मोहाली सच में बेहद खूबसूरत मैदान है। हमें टिम डेविड का विकेट बहुत देर से मिला, उस समय तक बहुत अच्‍छी साझेदारी हो चुकी थी। तब तक हमारे लिए कुछ नहीं बचा था। आप हर दिन 200 रन नहीं बना सकते, आप हर दिन अपने स्‍कोर को नहीं बचा सकते लेकिन हार्दिक ने बहुत अच्‍छी बल्‍लेबाजी की।”

भुवनेश्वर कुमार बने अपनी ही टीम के लिए काल

भारत को इस मैच में मिली हार का कारण तो कई खिलाड़ी रहे, लेकिन विलेन भुवनेश्वर कुमार बने। टीम के कप्तान ने उनपर भरोसा कर गेंदबाजी करने का मौका दिया, मगर उन्होंने इस मौके को पूरी तरह से गंवा दिया। उन्होंने अपने कोटे के चार ओवर में 52 रन खर्च किए और एक भी विकेट हासिल नहीं किया। ऐसा पहली बार हुआ है जब भुवनेश्वर ने किसी टी20 इंटरनेशनल मुकाबले में 50 रन खर्च किए।

वहीं, ये दूसरी बार है जब भारत 200 से ज्यादा रन बनाने के बावजूद टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला हारा हो। अब अगर भारत को यह सीरीज जीतनी है तो उसे बाकी के दो मैच जीतने होंगे और इस मैच में खिलाड़ियों से जो भी गलतियां हुई हैं, उन्हें सुधारना होगा। इसी के साथ टीम को अपनी गेंदबाजी और फील्डिंग में और सुधार लाना होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *