भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आगामी 6 दिसंबर से टेस्ट सीरीज का आगाज होने जा रहा है जिसके पहले टीम इंडिया क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया एकादश से एकमात्र प्रैक्टिस मैच खेल रही है. इस सीरीज में विश्लेषकों से लेकर तमाम क्रिकेट प्रेमियों तक इन बात के कयास लगा रहे हैं कि इस सीरीज में किसका पलड़ा भारी रहेगा. अभी तक टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया में कोई भी सीरीज नहीं जीत सकी है. इस सीरीज में टीम इंडिया के कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो टीम इंडिया के पिछली बार के, यानि 2014-15 के दौरे का हिस्सा रहे थे.
इस बार टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया में कई चेहरे ऐसे हैं जो साल 2014-15 के दौरे का हिस्सा थे. इस दौरे पर पहले तीन टेस्ट मैचों के लिए टीम इंडिया के कप्तान एमएस धोनी थे जबकि आखिरी टेस्ट में कप्तानी विराट कोहली ने की थी. वहीं ऑस्ट्रेलिया के कप्तान माइकल क्लार्क थे. इस दौरे पर टीम इंडिया की ओर से विराट कोहली, मुरली विजय, शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा, केएल राहुल, रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, रविचंद्रन अश्विन, ईशांत शर्मा खेले थे जो इस बार भी टीम इंडिया के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हैं.
विराट कोहली ने पहले ही टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाया था
इस सीरीज में पहले दो मैच में टीम इंडिया के हारने के बाद आखिरी दो मैच ड्रॉ हुए थे. इस बार 18 सदस्यीय टीम में से 12 खिलाड़ी इस बार भी खेल रहे हैं. इनमें से 7 खिलाड़ी बल्लेबाज हैं. इन सात बल्लेबाजों के प्रदर्शन पर खास नजर रखी जाएगी. सबसे पहले बात करें कप्तान विराट कोहली की. विराट कोहली ने इस सीरीज के पहले टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जड़े था. पहली पारी में विराट को 115 रनों की मदद से टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के 7 विकेट पर 517 रनों के जवाब में 444 रन बनाए थे. इस केबाद दूसरी पारी में 364 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया विराट कोहली के 141 रनों के बाद भी 315 रनों पर आउट हो गई थी और टीम इंडिया को 48 रनों की हार का सामना पड़ा था.
विराट ने बनाए सबसे ज्यादा रन
दूसरे टेस्ट में विराट कोहली ने पहली पारी में 19 और दूसरी पारी में केवल 1 रन बनाए थे. यह टेस्ट टीम इंडिया चार विकेट से हारी थी. इसके बाद तीसरे टेस्ट में विराट ने वापसी की और पहली पारी में 169 रनों की पारी और दूसरी पारी में 54 रनों की पारी खेली थी. टीम इंडिया 384 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इस मैच को ड्रॉ करने में कामयाब हुई थी. वहीं आखिरी टेस्ट में पहली पारी में विराट कोहली ने 147 रनों की पारी खेली, जबकि दूसरी पारी में 46 रनों की पारी खेली. विराट ने इस सीरीज में 86.50 के औसत से कुल 696 रन बनाए थे.
मुरली विजय हाल ही के इंग्लैंड दौरे में सफल नहीं रहे थे 2014-15 में मुरली ने 6025 के औसत से 482 रन बनाए. मुरली ने पहले टेस्ट में 53 और 99 रन, दूसरे टेस्ट में 144 और 27 रन, तीसरे में 68 और 11 रन, और आखिरी टेस्ट में शून्य और 80 रनों की पारी खेली थी. मुरली का यह रिकॉर्ड उनके मौजूदा फार्म के लिहाज से काफी बढ़िया है. इसके अलावा पृथ्वी शॉ का बढ़िया फॉर्म उनका प्लेइंग इलेवन से पत्ता काट भी सकता है.
शिखर रोहित नहीं खेल सके थे बड़ी पारी
शिखर धवन ने इस सीरीज में केवल पहले तीन टेस्ट खेले थे. इनमें उन्होंने 27.83 के औसत से केवल 167 रन बनाए थे जिसमें केवल एक हाफ सेंचुरी शामिल थी. शिखर ने इस सीरीज में 25, 9, 24, 81 और 28 रन बनाए थे. वहीं रोहित शर्मा ने भी इस सीरीज में केवल तीन मैच खेले जिसमें 28.83 के औसत से 173 रन बनाए थे. रोहित ने अपनी 6 पारियों में 43, 6, 32, 0, 53, और 39 रन बनाए थे.
पुजारा नहीं लगा सके शतक, तो राहुल की रही केवल एक पारी
चेतेश्वर पुजारा ने इस सीरीज में पहले तीन टेस्ट खेले थे. पुजारा ने इस सीरीज में 33.50 के औसत से कुल 201 रन बनाए थे. उन्होंने 73, 21, 18 43, 25 और 21 रनों की पारियां खेली थी. केएल राहुल ने इस सीरीज में केवल दो मैच खेले थे और चार पारियों में एक शतक के साथ कुल 130 रन बनाए थे. राहुल ने तीसरे टेस्ट में तीन और एक रन बनाए थे. जबकि आखिरी टेस्ट में उन्होंने 110 और 16 रनों की पारी खेली थी.
रहाणे ने किया था कुछ बेहतर!
अजिंक्य रहाणे ने इस सीरीज के चार मैचों में 57 के औसत से 399 रन बनाए. रहाणे ने पहले मैच में 62 और शून्य, दूसरे मैच में 81 और 10, तीसरे मैच में 147 और 48 जबकि आखिरी टेस्ट मैच में 13 और नाबाद 38 रन बनाए थे. कुल मिलाकर इस सीरीज में टीम इंडिया के लिए केवल विराट कोहली ही बढ़िया प्रदर्शन कर सके थे. बाकि खिलाड़ियों में निरंतरता की भारी कमी दिखी.
ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए वर्तमान टेस्ट टीम: विराट कोहली (कप्तान), मुरली विजय, केएल राहुल, पृथ्वी शॉ, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, हनुमा विहारी, रोहित शर्मा, ऋषभ पंत, पार्थिव पटेल, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, इशांत शर्मा, उमेश यादव, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार.