यूपी के हरदोई जिले में कोतवाली पर प्रशासन का बुलडोजर चला है. दरअसल, कोतवाली की इमारत का एक हिस्सा कोर्ट की जमीन पर बना था. जिसके चलते अब इस हिस्से को बुलडोजर से गिराया गया. ये पूरी कार्रवाई जिला जज और हाई कोर्ट के आदेश के बाद की गई है. बुलडोजर एक्शन के समय मौके पर एसडीएम, तहसीलदार अधिशासी अधिकारी और प्रभारी निरीक्षक मौजूद रहे.
मालूम हो कि शाहाबाद तहसील में कोतवाली से लगा हुआ मुंसिफ कोर्ट बना हुआ है. उसी की कुछ जमीन खाली पड़ी हुई थी. मुंसिफ कोर्ट की इमारत तो पिछले दो दशक से बनी हुई है लेकिन इसमें कोई कामकाज नहीं होता है. इसके कुछ हिस्से पर स्टाम्प वेंडर और वकीलों ने कब्जा कर रखा था. कोतवाली के लोगों ने भी कोर्ट की ही जमीन पर महिला हेल्प डेस्क और दारोगा का ऑफिस बना लिया था.
जांच में पाया गया कि शाहाबाद कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक का आवास, प्रभारी निरीक्षक का आधा ऑफिस और महिला हेल्प डेस्क समेत मेन गेट तक मुंसिफ कोर्ट की जमीन पर बना है. इसी के बाद एसडीएम पूनम भास्कर की अगुवाई में प्रशासन की टीम ने बुलडोजर से पूरे अतिक्रमण को हटवा दिया.
सबसे पहले शाहाबाद कोतवाली का मेन गेट बुलडोजर से गिराया गया. उसके बाद इससे सटे हेल्प डेस्क भवन को भी गिरा दिया गया. फिलहाल बाकी का अवैध निर्माण गिराने के लिए पुलिस को कुछ समय दिया गया है. कोतवाली परिसर में बुलडोजर चलता देख मौके पर लोगो की भारी भीड़ जमा हो गई थी.
मामले में अपर जिलाधिकारी, प्रियंका सिंह ने कहा- यह जमीन मुंसिफ कोर्ट के साथ ग्राम सभा के लिए अलॉट की गई थी. कोर्ट का निर्माण जब शुरू किया गया तो कोतवाली का कुछ हिस्सा मुंसिफ कोर्ट की जमीन में आ रहा था. अब जब कोर्ट की बाउंड्री का निर्माण शुरू हुआ तो कोतवाली का उतना हिस्सा तुड़वाया गया है. माननीय हाई कोर्ट के निर्देश के क्रम में अब मुंसिफ कोर्ट की बाउंड्री का निर्माण कराया जाएगा.