ऐसा लगता है कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो का समय वाकई खराब चल रहा है। एक तरफ जी 20 सम्मेलन में खालिस्तानी समर्थकों के उत्पात पर पीएम मोदी ने उन्हें खरी-खरी सुना दी। वह इससे पूरी तरह उबरे भी नहीं रहे होंगे कि घरवापसी से ऐन पहले उनका विमान खराब हो गया। जब घर पहुंचे तो सोचा रहा होगा कि शायद अपनों से सहानुभूति के चंद बोल सुनने को मिल जाएंगे, लेकिन हुआ इसका ठीक उल्टा। अपने देश पहुंचने पर जस्टिन ट्रूडो की जमकर फजीहत हुई है। कनाडाई अखबारों ने ट्रुडो की वह तस्वीर प्रकाशित की है, जिसमें पीएम मोदी ने उनका हाथ पकड़ा हुआ और उन्हें आगे बढ़ने का इशारा कर रहे हैं। यह खबर कनाडा के प्रतिष्ठित अखबार टोरंटो सन ने छापी है।
इसी अखबार की एक अन्य रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया था कि ट्रूडो एक रात पहले मोदी के नेताओं के रात्रिभोज में शामिल नहीं हुए थे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने यह बताने से इनकार कर दिया था कि ऐसा क्यों हुआ। इसमें कहा गया है कि ट्रूडो ग्लोबल बायोफ्यूल्स एलायंस के लॉन्च से भी चूक गए, जो स्वच्छ, हरित ईंधन को रोल आउट करने पर प्रगति करने के लिए एक साझेदारी है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि ट्रूडो ने कहा कि उनके पास अन्य काम हैं। इन खबरों के आने के बाद विपक्ष भी ट्रूडो पर हमलावर हो गया है। कनाडा के विपक्षी नेता पियरे पोइलीवरे ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर टोरंटो सन फ्रंट पेज पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि पक्षपात को एक तरफ रखते हुए, कोई भी यह देखना पसंद नहीं करता कि कनाडा के प्रधानमंत्री को बाकी दुनिया द्वारा बार-बार अपमानित किया जाए और रौंदा जाए।
विमान में आई थी खराबी
इससे पहले भारत से उड़ान भरने से पहले जस्टिन ट्रूडो के विमान में कुछ खराबी आ गई थी। इसके चलते ट्रूडो के साथ आए डेलीगेशन को भारत में अतिरिक्त समय तक रुकना पड़ा है। कनाडा के सीटीवी न्यूज के अनुसार प्रधानमंत्री ट्रूडो और उनका प्रतिनिधिमंडल विमान में तकनीकी खामी की वजह से दिल्ली में ही हैं और वे मंगलवार को प्रस्थान कर सकते हैं। वैसे यह पहली बार नहीं था जब कनाडाई प्रधानमंत्री के विमान खराबी आई हो। अक्टूबर 2016 में उनके विमान में समस्या आई थी। इसके चलते उड़ान भरने के आधे घंटे बाद पीएम ट्रूडो को ओट्वावा लौटना पड़ा। उस वक्त वह कनाडा-यूरोपीय संघ व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए बेल्जियम जा रहे थे। इसी तरह का वाकया अक्टूबर 2019 में हुआ था। तब वीआईपी विमान 8 विंग ट्रेंटन में एक हैंगर में ले जाते वक्त दीवार से टकरा गया था। इसके चलते विमान कई महीनों तक सेवा से बाहर रहा, क्योंकि उसकी नाक और दाहिने इंजन को काफी नुकसान पहुंचा था।
पीएम मोदी ने सुनाई थी खरी-खरी
इससे पूर्वपीएम मोदी ने कनाडाई प्रधानमंत्री को उनके देश में चल रहे खालिस्तानी प्रदर्शन पर जमकर खरी-खोटी सुनाई थी। पीएम ने कहा था कि कनाडा में खालिस्तानी उग्रवादी डिप्लोमैटिक इमारतों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। भारतीय समुदाय को धमकियां दे रहे हैं और उनके पूजा स्थलों पर हमले कर रहे हैं। यह भी कहा गया था कि इस तरह के लोगों से निपटने के लिए दोनों देशों को मिलकर काम करने की जरूरत है। इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री ने यह भी कहा था कि भारत-कनाडा के रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए आपसी सम्मान और विश्वास पर संबंध होने बेहद जरूरी हैं।