बिजनौर में गंगा के बाढ़ से गांवों को बचाने के लिए गंगा किनारे बांध और स्टड बनाए जा रहे हैं. इसके निरीक्षण के लिए सिंचाई राज्यमंत्री दिनेश खटीक खुद मौके पर पहुंचे. मौके पर जब उन्होंने धीमी गति से किए जा रहे आधे-अधूरे कामों को देखा तो वह बिफर उठे.
उत्तर प्रदेश में मानसून के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ लगातार इस निरीक्षण में जुटे हैं कि सभी को राहत मिले, कहीं कोई चूक ना रह जाए. तो क्या अधिकारी सरकार की कोशिश में पलीता लगा रहे हैं. दरअसल, यूपी के सिंचाई राज्यमंत्री दिनेश खटीक बिजनौर में करोड़ों की लागत से बन रहे बांध का निरीक्षण करने पहुंचे तो हैरान हो गए. मंत्री के मुताबिक यूपी में करोड़ों का बांध बनाने में जमकर धांधली हो रही है.
बिजनौर में गंगा के बाढ़ से गांवों को बचाने के लिए गंगा किनारे बांध और स्टड बनाए जा रहे हैं. इसके निरीक्षण के लिए सिंचाई राज्यमंत्री दिनेश खटीक खुद मौके पर पहुंचे. निर्माण स्थल पर जब उन्होंने धीमी गति से किए जा रहे आधे-अधूरे कामों को देखा तो वह बिफर उठे और उन्होंने अफसरों को जमकर फटकार लगाई. सिंचाई राज्यमंत्री ने कहा कि सभी के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने अफसरों को ठेकेदार के खिलाफ भी सख्त एक्शन लेने के निर्देश दिए.
सिंचाई मंत्री दिनेश खटीक काम की गुणवत्ता से इतने नाराज हो गए कि ज़मीन से पत्थर उठाकर अफसरों को दिखाए और कहा कि क्या इन पत्थरों से बांध बनाओगे. मंत्री ने साफ़ कहा कि अगर मुख्यमंत्री और चीफ सेकेट्री यहां आकर इस काम को देख लें तो किसी को नहीं बख्शेंगे. उन्होंने कहा कि हमने सीएम को लिख दिया तो कोई भी नहीं बचेगा और रिकवरी होगी. निरीक्षण के दौरान सिंचाई मंत्री ने अफसरों से पूछा कि जिसे बांध बनाने का अनुभव नहीं है, उसे ये काम क्यों सौंप दिया.
निरीक्षण के दौरान सिंचाई राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने अफसरों से पूछा आप जिस तरह से काम कर रहे हैं क्या उससे बाढ़ का पानी रुक जाएगा. साथ ही पूछा कि आप लोग इसके बारे में लिखकर दें. सिंचाई राज्यमंत्री ने कहा कि निर्माण कार्य मानकों के अनुरूप नहीं हैं.